जैसे-जैसे सर्दियों का मौसम आता है, कंबल में दुबकने और स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेने जैसा कुछ नहीं होता. हालाँकि, खांसी और सर्दी जैसी बीमारियों की शुरुआत भी इस मौसम में होती है. इन हेल्थ प्रॉबलम्स से निपटने के लिए एक्सपर्ट ऐसे फूड आइटम्स को शामिल करने की सलाह देते हैं जो शरीर को अंदर से गर्म रखने में आपकी मदद करें. यहां आपको हम कुछ ऐसे फूड कॉम्बिनेशन्स की लिस्ट शेयर कर रहे हैं जो आपके शरीर को अंदर से गर्म बनाए रखने में आपकी मदद करेंगे.
ये भी पढ़ें: सलाद या सब्जियों से नफरत है? बस उन्हें खाते रहें, एक दिन टेस्ट बड्स को पसंद आने लगेगा उनका स्वाद
सरसों का साग और मक्की की रोटी
सर्दियों का एक बेहतरीन आनंद, सरसों का साग, पालक, बथुआ के पत्ते, घी और मसालों का एक मिश्रण है. मक्की की रोटी और गुड़ के साथ यह व्यंजन न केवल स्वाद बढ़ाता है बल्कि आपकी इम्यूनिटी को भी पोषक तत्वों से भरपूर बनाता है.
जलेबी और दूध
वैसे तो जलेबी का स्वाद पूरे साल भर रहता है, लेकिन सर्दियों में इस लोकप्रिय मिठाई का स्वाद लेना एक अलग एक्सपीरियंस है. माना जाता है कि सर्दी के मौसम में जलेबी को गर्म दूध के साथ मिलाकर पीने से मौसमी सर्दी से बचाव होता है, जो इस व्यंजन का स्वाद लेने का एक आदर्श तरीका है.
आलू मेथी और पराठा
आलू और मेथी का कॉम्बिनेशन सर्दियों के मौसम में स्वाद के एक नए लेवल पर ले जाता है. हल्की मसालेदार यह सब्जी दोपहर के खाने या रात के खाने के लिए तैयार किया जा सकता है. इस सब्जी को मक्खन या घी लगे रोटी और पराठे के साथ सर्व करें.
रसम और चावल
साउथ इंडियन खाने के शौकीनों के लिए, सर्दियों के मौसम में रसम के आराम से बढ़कर कुछ नहीं है. यह सूप-स्टू हाइब्रिड अपने इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है. सर्दियों के पौष्टिक खाने के लिए चावल के साथ रसम की गरम कटोरी का आनंद लें.
चाय और पकौड़ा
कुरकुरा और गर्म स्नैक्स जिनका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है,मसाला चाय और पकौड़े की जोड़ी पाक कला के स्वर्ग में बनाई गई है. सब्जियों को बेसन में कोट करके तेल में फ्राई किया जाता है और फिर चटनी और मसाला चाय के साथ खाने पर जो मजा आता है वो तो अलग ही सुख देता है.
Osteoporosis: Causes, Symptoms, treatment | ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डियों की कमजोरी: कारण, लक्षण, इलाज
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)