Benefits and Side Effects of Stale Fish: कई लोगों के लिए मछली एक पॉपुलर और स्वादिष्ट भोजन है, खासकर बंगाल, असम, ओडिशा और केरल जैसे राज्यों में. ताजगी के साथ पकाई गई मछली तो सबको पसंद आती है. लेकिन, क्या आपने कभी बासी मछली खाई है? या सुना है कि कुछ लोग बासी मछली को भी स्वाद लेकर खाते हैं? कई बार लोग रात की बची हुई मछली को अगले दिन गर्म करके खा लेते हैं. लेकिन, क्या ऐसा करना सेहत के लिए सही है? क्या बासी मछली में भी कुछ फायदे हो सकते हैं या इससे नुकसान ही होता है? आइए जानते हैं इस बासी मछली खाने के फायदे और नुकसान.
बासी मछली खाने के फायदे- (Benefits of Eating Stale Fish)
1. प्रोटीन की मात्रा बनी रहती है
अगर मछली को सही तरीके से स्टोर किया गया हो (जैसे फ्रिज में), तो उसमें मौजूद प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड काफी हद तक सुरक्षित रहते हैं.
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2. स्वाद में बदलाव
कुछ लोग मानते हैं कि बासी मछली का स्वाद थोड़ा अलग और बेहतर होता है, खासकर जब उसे दोबारा अच्छे मसालों के साथ पकाया जाए.
3. ट्रेडिशनल डिश
बंगाल में "बासी भात और मछली" का चलन है, जिसे गर्मी में ठंडा करके खाया जाता है. इसे पारंपरिक रूप से पचने में आसान और ठंडक देने वाला माना जाता है.
बासी मछली खाने के नुकसान- (Harmful Effects of Eating Stale Fish)
1. फूड पॉइजनिंग का खतरा
अगर मछली को सही तापमान पर स्टोर नहीं किया गया हो, तो उसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं. इससे उल्टी, दस्त और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
2. पोषण में कमी
लंबे समय तक रखी गई मछली में विटामिन्स और मिनरल्स की मात्रा कम हो सकती है, जिससे उसकी न्यूट्रिशन वैल्यू घट सकती है.
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3. गंध और स्वाद बिगड़ना
बासी मछली से दुर्गंध आ सकती है और उसका स्वाद भी बिगड़ सकता है, जिससे खाने का अनुभव खराब हो सकता है और सेहत भी बिगड़ सकती है.
4. एलर्जी या संक्रमण का खतरा
कुछ लोगों को बासी मछली से एलर्जी हो सकती है, खासकर अगर वह पहले से सेंसिटिव हों. इसलिए ऐसे लोगों को बासी मछली खाने से परहेज करना चाहिए.
बासी मछली कब और कैसे खाएं?- (When and How to Eat Stale Fish?
- फ्रिज में 24 घंटे तक स्टोर की गई मछली अगर सही तापमान पर रखी गई हो, तो उसे दोबारा अच्छी तरह गर्म करके खाया जा सकता है.
- कभी भी कमरे के तापमान पर रखी गई मछली को 2 घंटे से ज्यादा न रखें, क्योंकि बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं.
- गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग बासी मछली खाने से बचें, क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)