प्रोटीन से भरपूर चिप्स, बार और प्रीबायोटिक ड्रिंक्स क्या वाकई सही हैं? जानिए आपको क्या चुनना चाहिए

Protein-rich Snacks: क्या यह ट्रेंड वास्तव में लाभकारी है या सिर्फ एक मार्केटिंग रणनीति? क्या हाई प्रोटीन चिप्स, एनर्जी बार वाकई हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है? आइए इस लेख में जानते हैं.

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Protein-rich Snacks: क्या हाई प्रोटीन चिप्स, एनर्जी बार वाकई हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है?

Protein-rich Snacks: आज के समय में लोग हेल्दी स्नैक्स की जगह हाई-प्रोटीन चिप्स, एनर्जी बार और प्रीबायोटिक/प्रोबायोटिक ड्रिंक्स को प्राथमिकता दे रहे हैं. हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाने की इस बढ़ती प्रवृत्ति के पीछे पोषण और फिटनेस का बढ़ता जुनून है. साथ ही साथ टेस्ट के साथ समझौता न करने का इरादा भी. लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह ट्रेंड वास्तव में लाभकारी है या सिर्फ एक मार्केटिंग रणनीति? क्या हाई प्रोटीन चिप्स, एनर्जी बार वाकई हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है? आइए इस लेख में जानते हैं.

हाई-प्रोटीन स्नैक्स – क्या यह वास्तव में हेल्दी हैं?

हाई-प्रोटीन स्नैक्स को फिटनेस और वेट-लॉस के लिए बेहतरीन विकल्प माना जाता है. प्रोटीन मांसपेशियों की मजबूती, भूख नियंत्रण और एनर्जी लेवल बनाए रखने में मदद करता है.

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फायदे:

  • लंबे समय तक पेट भरा महसूस होता है, जिससे बार-बार खाने की जरूरत नहीं पड़ती.
  • मांसपेशियों की मरम्मत और ग्रोथ में सहायक होता है.
  • वजन घटाने में मदद करता है, क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है.

चुनौतियां:

  • कई प्रोटीन स्नैक्स में एक्स्ट्रा सोडियम, शक्कर और प्रिजर्वेटिव होते हैं, जो नुकसानदेह हो सकते हैं.
  • संभावित एलर्जी: कुछ प्रोडक्ट्स डेयरी या सोया बेस्ड होते हैं, जो सेंसिटिव लोगों के लिए सही नहीं हैं.
  • सभी प्रोटीन स्नैक्स प्राकृतिक स्रोतों से नहीं बनते; कुछ में कृत्रिम फ्लेवर और एडिटिव्स होते हैं.

प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक ड्रिंक्स – क्या यह सेहतमंद हैं?

गट हेल्थ सुधारने के लिए प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स की लोकप्रियता बढ़ रही है. ये आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाकर पाचन स्वास्थ्य को मजबूत करते हैं.

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फायदे:

  • पाचन तंत्र को सुधारता है, जिससे कब्ज और अपच की समस्या दूर होती है.
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, जिससे शरीर संक्रमणों से बच सकता है.
  • ब्लोटिंग और पेट की जलन को कम करता है, जिससे पेट हल्का महसूस होता है.

चुनौतियां:

  • कई प्रोबायोटिक ड्रिंक्स में एक्स्ट्रा शुगर और कृत्रिम फ्लेवर होते हैं, जो नुकसानदेह हो सकते हैं.
  • कुछ लोगों को एलर्जी या गैस की समस्या हो सकती है.
  • सभी प्रोडक्ट हाई क्वालिटी वाले नहीं होते; कुछ में कम प्रभावी बैक्टीरिया स्ट्रेन्स होते हैं.

क्या इनकी बढ़ती मांग सही है?

अगर सही ब्रांड और क्वालिटी वाले स्नैक्स चुने जाएं, तो हाई-प्रोटीन और प्रीबायोटिक/प्रोबायोटिक प्रोडक्ट्स हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकते हैं. लेकिन, प्रोसेस्ड और प्रिजर्वेटिव से भरे स्नैक्स से बचना जरूरी है. बैलेंस डाइट और प्राकृतिक चीजों को प्राथमिकता देना बेहतर विकल्प होगा.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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