Shyam Rasoi Food Stall: जानें दिल्ली में कहां मिलती है सिर्फ 1 रुपये में भोजन की थाली?

Shyam Rasoi Food Stall: संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम में अनुमान लगाया गया है कि 130 मिलियन के आसपास लोग 2020 के अंत तक खाद्य असुरक्षा का सामना कर सकते हैं.

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Shyam Rasoi Food Stall: कोरोनोवायरस महामारी ने हमारी रोजी रोटी को सख्त बना दिया है. जिसमें कुछ कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं और अन्य नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बड़े पैमाने पर लोग घर से काम कर रहे हैं. इसके साथ ही हम सब सीमित साधनों पर ही अपना जीवनयापन कर रहे हैं. इस दौरान भूख सबसे बड़ी समस्या रही, जिससे दुनियाभर के लोग पीडित हो रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम ने अनुमान लगाया है कि 130 मिलियन के आसपास लोग 2020 के अंत तक खाद्य असुरक्षा का सामना कर सकते हैं. दिल्ली के एक भोजनालय ने इस मामले को देखते हुए भोजन की सेवा को शुरू करने का अपने हाथों मे जिम्मा लिया है. जिसमें वो दोपहर के खाने की पूरी एक थाली को सिर्फ एक रुपये में दे रहे हैं. 

'श्याम रसोई, फूड स्टॉल का नाम है जो दिल्ली के नांगलोई इलाके में शिव मंदिर के पास है. उनके खाने की खासियत यह है कि वे सिर्फ एक रुपये में लंच पर पूरी थली प्रदान करते हैं. इस शानदार लंच थली का लुफ्त उठाने के लिए समय सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक है. इस नेक काम के पीछे 51 साल के परवीन कुमार गोयल हैं, जो दो महीने से भूखे लोगों को भोजन देने के लिए आगे बढकर आए. गोयल ने एएनआई को बताया कि वे हर दिन लगभग 2,000 लोगों को खाना खिलाते हैं. जिनमें से 1,000 भोजनालय में शारीरिक रूप से मौजूद हैं, जबकि 1,000 लोग आस-पास के आते हैं या उनको ई-रिक्शा की मदद से पार्सल प्रदान किए जाते हैं.

सेटअप के लिए जगह एक खाली कारखाना है, जो एक स्थानीय व्यवसायी रणजीत सिंह द्वारा प्रदान किया गया है. थाली में व्यंजन, चावल, रोटी, सोया पुलाव, पनीर, सोयाबीन और हलवा शामिल हैं. मॉर्निंग टी भी एक रुपये की कीमत में ही परोसी जाती है. श्याम रसोई में छह श्रमिक हैं, जिनमें से प्रत्येक को एक दिन के लिए बिक्री के आधार पर 300-400 रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा, स्थानीय लोग और छात्र अक्सर मदद के लिए यहां आते हैं.

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इससे पहले, उन्होंने थाली की कीमत 10 रुपये में कर रखी थी. लेकिन उन्होंने जल्द ही इसे फिर घटा कर एक रुपये कर दिया. अधिक लोगों को मदद करने के लिए. गोयल ने अपनी नेक पहल के लिए फन्ड के बारे में बात करते हुए कहा, "हमें लोगों से दान मिलता है. कल एक बूढ़ी महिला आई और हमें राशन देने की पेशकश की, दूसरे दिन किसी ने हमें गेहूं दिया, और इस तरह हमारा पिछले दो महीनों से काम चल रहा है. लोग डिजिटल भुगतान मोड के माध्यम से भी हमारी मदद कर सकते हैं. हमारे पास सात दिन तक और चलने की क्षमता है. "उन्होंने कहा, "इसके अलावा, मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे राशन की मदद करें और इस सेवा को जारी रखें."

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