Navratri 2022 Durga Puja: नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है. इन नौ दिनों मां दुर्गा के नौ रूपों की भक्ति भाव से पूजा की जाती है. कुछ लोग नौ दिनों तक व्रत रखते हैं. कुछ फलाहार तो कुछ एक समय खा कर. कई लोग इन नौ दिनों में घर में लहसुन प्याज भी नहीं खाते हैं. नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) में आखिर लहसुन प्याज का सेवन क्यों नहीं किया जाता है. आयुर्वेद के अनुसार सनातन धर्म में भोजन को तीन भागों में बांटा गया है. इसमें पहले नंबर पर आता है राजसिक भोजन, तामसिक भोजन और सात्विक भोजन. उपवास के दौरान सात्विक भोजना किया जाता है. इसके कुछ वैज्ञानिक कारण भी है. माना जाता है कि मौसम में आ रहे बदलाव की वजह से हमारे शरीर की इम्यूनिटी कम हो जाती है. ऐसे में गरिष्ठ, ऑयली और जंक फूड न खाने की सलाह दी जाती है. व्रत रखने से शरीर की सफाई भी हो जाती है.
सनातन धर्म में भोजन को जिन तीन भागों में बांटा गया वो इस प्रकार हैंः
राजसिक भोजन-
व्रत के दौरान चिकन, मटन, मछली, अंडे और अन्य मांसाहारी भोजन (Rajasic food) पूरी तरह से वर्जित है. प्याज, लहसुन, तंबाकू, मांस, शराब, जरूरत से ज्यादा पकी हुई चीजें, खमीर उठी हुई चीजें तामसिक भोजन में शामिल होती हैं. अगर आपका व्रत है तो आप इन चीजों को खाने से बचें.
तामसिक भोजन-
प्याज और लहसुन तामसिक भोजन (Tamsik Food) में आते है. जैसे कि हम ऊपर पहले ही बता चुके हैं. इसलिए उपवास के दौरान भोजन को बिना प्याज और लहसुन के बनाने की सलाह दी जाती है. आयुर्वेद के अनुसार लहसुन-प्याज का सेवन शरीर में गर्मी गर्मी बढ़ा सकता है.
सात्विक भोजन-
नवरात्रि व्रत के दौरान आप आलू, शकरकंद, अरबी, सूरन, गाजर, खीरा और लौकी जैसी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं. वैसे तो लहसुन प्याज के बिना बना खाना भी सात्विक भोजन (Sattvic food)की श्रेणी में आता है लेकिन, व्रत के दौरान अनाज का सेवन नहीं किया जाता है.
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