सोनिया गांधी से ED ने तीन घंटे की पूछताछ, 25 जुलाई को फिर बुलाया

कांग्रेस ने विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने के लिए भाजपा पर निशाना साधा. .

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नई दिल्ली:

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को करीब तीन घंटे पूछताछ की. ईडी ने सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए 25 जुलाई को फिर बुलाया है. सोनिया गांधी जेड+ श्रेणी की सुरक्षा के साथ ईडी दफ्तर अपने बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ पहुंची थीं. अधिकारियों ने बताया, प्रियंका गांधी ईडी दफ्तर में ही अपनी मां का इंतजार कर रही थीं. ताकि, उनकी तबीयत वगैरा खराब होने पर उनके साथ रह सकें और दवाई वगैरा दे सकें. हालांकि, प्रियंका गांधी को पूछताछ कक्ष से दूर रखा गया था.

  1. ईडी दफ्तर में पूछताछ के दौरान एक डॉक्टर मौजूद था. वहीं अगर उन्हें थकान होती तो उनके लिए आराम करने के लिए एक कमरे का इंतजाम किया गया था. उसे पूछताछ की रिकॉर्डिंग की गई है.
  2. सोनिया गांधी से पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस सांसदों ने संसद के गेट-1 पर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने 'सत्यमेव जयते' और 'सच ना डरा है, ना डरेगा' के पोस्टर पकड़े हुए थे.
  3. सोनिया गांधी के ईडी के सामने पेश होने से पहले करीब 13 विपक्षी दलों ने कांग्रेस की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया. बैठक का मुद्दा था – केन्द्र सरकार की ‘प्रतिशोध की राजनीति'. विपक्षी नेताओं का आरोप है कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष के नेता को परेशान करने के लिए किया जा रहा है.
  4. इस बैठक की खास बात यह थी कि इसमें तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस भी शामिल हुई. अब तक इस पार्टी ने उन बैठकों से दूर बना रखी थी जिसमें कांग्रेस शामिल होती थी.
  5. कांग्रेस ने विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने के लिए भाजपा पर निशाना साधा. पार्टी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "बंगाल हो या राजस्थान, एजेंसियों की भूमिका और समय बहुत अलग है. हमें चुप कराने और हमें रोकने की साजिश है. विपक्ष को चुप कराने का इरादा है.' कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, 'प्रधानमंत्री भूल जाते हैं कि कांग्रेस का उनका विचार उन नेताओं पर आधारित है जो उन्होंने हमसे लिए हैं। कांग्रेस पार्टी क्या है, गांधी परिवार क्या है, यह समझने के लिए उन्हें कई बार पुनर्जन्म लेना पड़ता है."
  6. पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से कांग्रेस और उसके नेता और कार्यकर्ता झुकने वाले नहीं हैं. गहलोत ने कहा, ‘सोनिया जी को पूछताछ को बुलाए जाने की मैं निंदा करता हूं. बेहतर होता कि उनके आवास पर जाकर उनका बयान लेते.'
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  8. उन्होंने कहा, ‘हम डरने और घबराने वाले नहीं हैं। सोनिया जी जबसे देश में आईं हैं उन पर हमले हो रहे हैं। सोनिया जी ने जिस तरह से भारत की संस्कृति और संस्कार को अपनाया है, वो अपने आप में एक मिसाल है. उन्होंने जो जीवन जिया है और पार्टी के लिए जो किया है, उसे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कभी भूल नहीं सकते. सोनिया गांधी जी एक ऐसी नेता हैं जिन्होंने पूरे देश का दिल जीता है.'
  9. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘राजनीति में दुश्मन नहीं होना चाहिए. ये लोग विपक्ष को दुश्मन मानते हैं. पहले ये कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, अब ये ‘विपक्ष मुक्त भारत' चाहते हैं.'
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  11. सोनिया गांधी की पूछताछ पहले स्थगित कर दी गई थी क्योंकि वह कोविड-19 पॉजिटिव हो गई थीं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जून के मध्य में अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद, उन्होंने एजेंसी के सामने पेश होने के लिए और समय मांगा था.
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