विदेशमंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में बांग्लादेश पर दिया बयान
बांग्लादेश में हिंसा के बाद हालात खराब हैं.पड़ोसी देश में बवाल के चलते हजारों लोग सड़कों पर हैं. पूरे मामले पर विदेशमंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में बयान देकर सरकार का रुख तो स्पष्ट किया ही, साथ ही ये भी बताया कि बांग्लादेश की घटना को लेकर भारत की सरकार क्या-क्या कदम उठा रही है.
- एस जयशंकर ने आगे कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत के दशकों से गहरे संबंध हैं. उन्होंने कहा कि वहां के हालात से यहां भी चिंता उत्पन्न हुई है. उन्होंने कहा कि वहां जून से हालात बिगड़ने शुरू हुए और यह सिलसिला अब तक जारी है और उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भी हालात नहीं बदले. उन्होंने कहा कि जो कुछ पड़ोसी देश में हुआ, उसका एक सूत्री एजेंडा यह था कि प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा दे दें.
- एस जयशंकर ने कहा कि पांच अगस्त को कर्फ्यू के बाद भी वहां दंगे हुए. उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में शेख हसीना ने कल कुछ वक्त के लिए भारत आने की अनुमति मांगी थी और उनका अनुरोध स्वीकार कर उन्हें यहां आने की अनुमति दी गई.
- उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अभी भी अस्थिर हालात हैं. उन्होंने कहा कि सरकार राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निरंतर संपर्क में है.
- उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में एक अनुमान के अनुसार 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 9,000 छात्र हैं। उन्होंने कहा कि जुलाई में अधिकतर छात्र भारत लौट आए.
- उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंसा एवं अस्थिरता को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने चिंता जताई. विदेश मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश के साथ लगने वाली सीमा पर सुरक्षा बलों (BSF) को अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
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