"चुनाव के नतीजे से जो न हो सका, ED ने वो कर दिया", विपक्षी एकता पर PM मोदी का तंज: 10 खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर विपक्ष पर जमकर तंज कसे. अपने ऊपर लग रहे आरोपों का खुलकर जवाब दिया. अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. वहीं, कांग्रेस और राहुल गांधी का नाम लिए बिना कई नसीहतें भी दीं.

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पीएम ने कहा कि देश में हर जगह आशा ही आशा नजर आ रही है, लेकिन कुछ लोगों को ये दिखता ही नहीं.

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर विपक्ष पर जमकर तंज कसे. अपने ऊपर लग रहे आरोपों का खुलकर जवाब दिया. अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. वहीं, कांग्रेस और राहुल गांधी का नाम लिए बिना कई नसीहतें भी दीं.

  1. पीएम ने कहा- 'बहुत सारे विपक्षी मिले-सुर मेरा-तुम्हारा कर रहे थे. मुझे लगता था कि देश की जनता, देश के चुनाव के नतीजे ऐसे लोगों को जरूर एक मंच पर लाएंगे, वो तो हुआ नहीं. लेकिन इन लोगों को ED का धन्यवाद करना चाहिए उसके कारण ये एक मंच पर आ गए.'
  2. पीएम ने कहा, कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थक…उछल रहे थे और खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात, शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे. ऐसे लोगों के लिए कहा गया है…अच्छे ढंग से कहा गया है…ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं.
  3. पीएम ने कहा कि देश आत्मविश्वास से भर रहा है और गौरव से भर रहा है. चुनौतियों के बिना जीवन नहीं होता है. चुनौतियां से आती रहती हैं, लेकिन चुनौतियों से ज्यादा मजबूत है 140 करोड़ लोगों का सामर्थ्य. उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत को लेकर सकारत्मकता, आशा, भरोसा बढ़ा है. आज हमें जी-20 समिट की अध्यक्षता करने का मौका मिला है. ये 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव की बात है. लेकिन मुझे लगता है कि इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है. ये लोग 140 करोड़ में नहीं आते हैं. 
  4. पीएम ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि मोदी को गाली देकर ही उनका रास्ता निकलेगा. मोदी पर भरोसा अखबारों की सुर्खियों से नहीं हुआ है. मोदी पर भरोसा टीवी पर चल रहे चमकते चेहरों से नहीं हुआ है. जीवन खपा दिया है. पल-पल लगा दिया है. देश के लिए जीवन लगा दिया है. देश के लोगों के लिए लगा दिया है. तभी भरोसा आया है. देश वासियों का जो मोदी पर भरोसा है, वो इनकी समझ के दायरे से बाहर है. मोदी के लिए तो 140 करोड़ लोगों का परिवार है. कोई इस सुरक्षा कवच को कभी भेद नहीं सकता है.
  5. PM ने कहा कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कांग्रेस के पतन को लेकर एक स्टडी हो चुकी है. मुझे भरोसा है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर सिर्फ हार्वर्ड ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में स्टडी होनी है. और कांग्रेस को डूबाने वाले लोगों पर भी होनी है. इस प्रकार के लोगों के लिए दुष्यंत कुमार ने बहुत अच्छी बात कही है, जो सटीक बैठता है-  "तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हे यकीन नहीं."
  6. पीएम ने कहा कि 2004 से 2014 का जो दशक था वो The lost decade के रूप में जाना जाएगा. 2030 का जो दशक है वो India's Decade है पूरे विश्व में. विपक्ष 2014 के बाद से हर मौके पर सत्ता को कोस रहा है. विपक्ष कह रहा है कि भारत कमजोर हो रहा है. इन्हें समझ नहीं आ रहा कि 2014 के बाद से भारत कमजोर हुआ है या मजबूत हुआ है. 
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  8. पीएम ने कहा कि देश में हर जगह आशा ही आशा नजर आ रही है, लेकिन कुछ लोगों को ये दिखता ही नहीं. उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा- ' आगा पीछा देखकर क्यों होते गमगीन, जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे सीन.' पीएम ने कहा कि आज भारत संकल्प और सपने को साथ लेकर चलने वाला देश है. लेकिन कुछ लोगों को ये दिखाई नहीं देगा. अंतर्मन में पड़ी चीजें दिखाई नहीं देती. ये चैन से सोने नहीं देती.
  9. PM ने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना का बड़ा महत्व है. मैं हमेशा मानता हूं कि आलोचना एक तरह से लोकतंत्र की मजबूती, इसके समर्थन और इसकी आत्मा के लिए जरूरी है, ये शुद्धि मंत्र है. लेकिन मैं बहुत दिनों से इंतजार कर रहा हूं कि कोई तो तैयारी करके आएगा. कोई तो ऐसी आलोचना करेगा, जिससे देश का लाभ हो. 9 साल तक सिर्फ आरोप लग रहे हैं. 
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  11. मोदी ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर पर चर्चा हुई. आपने खुद देखा होगा कि आपने कितने आराम से जम्मू-कश्मीर में यात्रा की होगी. दशक पहले मैं भी जम्मू-कश्मीर पर यात्रा पर गया था. आज जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है. मुझे खुशी है कि कुछ लोग हैं जो कहते थे तिरंगे से जम्मू-कश्मीर में शांति बिगड़ने का खतरा था. लेकिन वक्त देखिए वक्त का मजा देखिए. अब वो भी तिरंगा यात्रा में शामिल हो गए. 
  12. पीएम ने कहा कि जो जैसा चल रहा था. अगर हम वैसा ही चलने देते तो शायद कोई सवाल नहीं कर पाता. क्योंकि देश को ऐसी स्थिति में ला दिया गया था, जहां से निकलना आसान नहीं था. राजनीतिक मतभेद होते हैं होते रहेंगे. लेकिन ये देश अजर है अमर है. जो देश गांधी की बात करते हैं वो गांधी को एक बात पढ़ लें. गांधी कहते थे आप अगर किसी के अधिकार की बात करते हैं तो अपने कर्तव्य की बात भी कर लें. पीएम ने विपक्ष को दी गुई इस नसीहत के साथ अपना भाषण खत्म किया.
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