कर्नाटक के महंत शिवमूर्ति शरणारू को यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. दो नाबालिग लड़कियों ने उनपर रेप का आरोप लगाया है. महंत पर 6 दिन पहले मामला दर्ज किया गया था.
- महंत का देर रात मेडिकल चेकअप करवाया गया. उसके बाद उनकी कोर्ट में पेशी हुई. जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
- 64 वर्षीय शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू मुरुघा मठ के प्रमुख हैं .महंत के खिलाफ बाल यौन अपराध संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मुकदमा दायर किया गया है.
- वहीं ये मामला सामने आने के बाद मुरुघा मठ के छात्रों को यहां के सरकारी छात्रावास में स्थानांतरित कर दिया गया है. जबकि कई माता-पिता अपने बच्चों को अपने घर ले गए हैं.
- पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि महंत के खिलाफ मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) कानून के तहत भी आरोप लगाए गए क्योंकि पीड़ितों में एक दलित लड़की भी है.
- महंत की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को दलित संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद एससी/एसटी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था.
- शिवमूर्ति शरणारू की गिरफ्तारी कर्नाटक के चित्रदुर्ग और मैसूर जिले में नागरिक समाज और विभिन्न संगठनों के दिन भर के विरोध के बाद रात करीब 10.15 बजे हुई.
- शरणारू ने दावा किया कि लगाए गए आरोप उनके खिलाफ लंबे समय से चली आ रही साजिश का हिस्सा है.
- उन्होंने भरोसा जताया कि वह मामले में पाक-साफ होकर सामने आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वह कानून का पालन करने वाले हैं और जांच में सहयोग करेंगे.
- इस बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने महंत के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की कर्नाटक पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है.
- मीडिया की खबरों के मुताबिक, महंत पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली दो नाबालिग लड़कियों ने मंगलवार को एक मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया है.
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