Independence Day (तिरंगे के रंग में रंगा भारत)
PM Modi speech today: आज भारत बड़ी धूमधमाम के साथ 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया. जिसके बाद पीएम ने देश को संबोधित किया. पीएम ने गांधी, बोस, अंबेडकर सहित सावरकर का जिक्र करते हुए भारत की विविधता, उपलब्धियां समेत चुनौतियों से रूबरू कराया.
आजादी के जश्न से जुड़े कार्यक्रम की दस बातें
- आज पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा है. हर कोई स्वतंत्रता दिवस को उत्साह और उमंग के साथ मना रहा है. पूरे भारत को तिरंगे से रंग से सजाया गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद देश को संबोधित किया.
- पीएम ने लाल किल से कहा कि देश कृतज्ञ है मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, असफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल जैसे अनगिनत क्रांति वीरों का, जिन्होंने अंग्रेजों की हुकूमत की नींव हिला दी थी.
- पीएम ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ये वक्त गांधी, अंबेडकर, बोस और सावरकर को याद करने का है. पीएम मोदी ने विकसित भारत पर खास तवज्जो देते हुए कहा कि हमें इससे कम कुछ नहीं चाहिए. 25 साल के भीतर विकसित भारत बनाएंगे.
- पीएम मोदी ने अपने संबोधन में भारत की विविधता का जिक्र करते हुए कहा कि हमें गुलामी की मानसिकता से निकलना होगा. साथ ही पीएम ने सेना के अधिकारियों को सैल्यूट किया. पीएम ने भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को देश की सबसे बड़ी चुनौती करार दिया.
- देश के विभिन्न स्मारकों को भी तिरंगे की रोशनी में सजाया गया है. देश के हर राज्य में लोग अपने-अपने तरीके से आजादी पर्व का उत्सव मना रहे हैं.
- आजादी के इस महोत्सव को सेलिब्रेट करने के लिए देशभर में शानदार तैयारियां की गईं हैं. इस बीच आतंकियों का डर से हाई अलर्ट भी जारी है. एहतियात के तौर पर खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली में आतंकी हमले का हाई अलर्ट जारी किया है.
- राजधानी में सुरक्षा के मद्देनजर लगभग 1,000 वाले कैमरों का उपयोग किया जा रहा है. ये कैमरे शहर की पुलिस की उत्तर, मध्य और नई दिल्ली जिला इकाइयों द्वारा लगाए गए हैं.
- स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू कश्मीर तक सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं. लाल किले पर प्रवेश द्वारों पर चेहरे से पहचान करने वाली प्रणाली युक्त कैमरों से लेकर बहु स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है.
- इसके साथ में किले के आसपास के इलाकों में इमारतों की छतों पर और संवेदनशील स्थानों पर 400 से ज्यादा पतंगबाज़ों और पतंग पकड़ने वालों को तैनात किया गया है.
- इसके अलावा लाल किले के पांच किलोमीटर के इलाके को समारोह समाप्त होने तक ‘नो काइट ज़ोन‘ (पतंग उड़ाने पर रोक) क्षेत्र घोषित किया गया है.
Advertisement
Advertisement
Advertisement