Bharat Bandh: भारत बंद के चलते देशभर में 600 से अधिक ट्रेनों को रद्द करना पड़ा
Protest against Agnipath Scheme: केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा. सेना ने जुलाई से अग्निपथ योजना के तहत नौकरी के आकांक्षी युवाओं के लिए अनिवार्य ऑनलाइन पंजीकरण को लेकर एक अधिसूचना जारी की है. इस बीच योजना के विरोध में कुछ संगठनों ने सोमवार को 'भारत बंद' (Bharat Bandh) आव्हान किया, ये संगठन योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
- सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ आहूत 'भारत बंद' के दौरान सोमवार को कुछ क्षेत्रों में सड़क और रेल यातायात आंशिक रूप से प्रभावित रहा, जबकि सुरक्षा में बढ़ोतरी और पाबंदियां लगाने के मद्देनजर कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन कम होता नजर आया.
- भारत बंद के आव्हान के चलते देशभर में 600 से अधिक ट्रेनों को रद्द करना पड़ा. पिछले सप्ताह योजना को लागू किए जाने के ऐलान के बाद से आगजनी और तोड़फोड़ के कारण देश की संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है.
- सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित अग्निपथ योजना को लेकर 'भारत बंद' के आह्वान के बावजूद सोमवार को दिल्ली में बाजार सामान्य रूप से खुले रहे. शहर के व्यापार संघों ने यह जानकारी दी.उन्होंने बताया कि कुछ संगठनों द्वारा आहूत बंद का लाजपत नगर, सरोजिनी नगर, पालिका बाजार और खान मार्केट सहित अन्य बाजारों में कोई असर नहीं दिखा. मिनी मार्केट एसोसिएशन, सरोजिनी नगर के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने बताया कि पूरा बाजार खुला रहा.
- भारत बंद के कारण दिल्ली-गुरुग्राम बार्डर पर भीषण जाम लगा. गाड़ियों की लंबी कतार सड़क के दोनों ओर दिखी. उपद्रवियों से सख्ती से निपटने और अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस की चाक चौबंद तैयारी की थी.
- दिल्ली के पास गौतम बौद्ध नगर में, पुलिस ने कहा कि बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए निषेधाज्ञा लागू की गई है. लोगों से कहा गया था कि वे कानून-व्यवस्था को बाधित न करें. जो भी ऐसा करते पाए जाएंगे उनसे सख्ती से निपटा जाएगा.
- अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भेंट की. राष्ट्रपति के साथ इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी के साथ पूछताछ के विरोध में प्रदर्शन के समय पुलिस के पार्टी नेताओं के कथित दुर्व्यवहार का मुद्दा भी उठाया गया.
- सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के देश के कई हिस्सों में हो रहे विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कई फैसले शुरुआत में अनुचित लग सकते हैं लेकिन बाद ये बाद में राष्ट्र निर्माण में मदद करते हैं. उन्होंने बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही.
- केंद्र सरकार ने बीते 14 जून को थल सेना, नौसेना और वायु सेना में सैनिकों की भर्ती के लिए अल्पकालिक संविदा भर्ती कार्यक्रम "अग्निपथ" का अनावरण किया था. कार्यक्रम के तहत, साढ़े 17 से 21 साल की उम्र के युवा पुरुषों और महिलाओं को थल सेना, नौसेना और वायु सेना में मुख्य रूप से चार साल के अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर भर्ती किया जाना है.
- जैसे ही विरोध तेज हुआ, केंद्र ने केवल साल 2022 के लिए भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा 23 साल तक बढ़ा दी. हालांकि, इस संबंध में सरकार का कहना है कि हंगामा देख कर कोई फैसला नहीं लिया गया है. बदलाव पूर्व निर्धारित थे.
- रविवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक के बाद तीनों सेना प्रमुख ने पीसी की. इसमें उन्होंने योजना के संबंध में सारी जानकारी दी. साथ ही युवाओं से अपील की कि वो प्रदर्शन करना छोड़कर भर्ती के लिए तैयारी करें. सेना में अनुशासनहीनता की कोई जगह नहीं है.
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