Akshaya Tritya 2022: अक्षय तृतीया पर किनकी होती है पूजा, जानें मान्यतानुसार किन चीजों का किया जाता है दान

Akshaya Tritya 2022: धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक अक्षय तृतीया के दिन विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश, उपनयन जैसे कोई भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं. इस दिन स्नान और दान का भी खास महत्व बताया गया है. माना जाता है कि इस दिन सोना खरीदने से लाभ मिलता है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
Akshaya Tritya 2022: अक्षय तृतीया के दिन पवित्र तीर्थ स्थल बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलते हैं.

Akshaya Tritya 2022: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया (Akshaya Tritya) को खास महत्व दिया जाता है. मान्यता है कि इस दिन विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश, उपनयन जैसे कोई भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं. इस दिन स्नान और दान का भी खास महत्व बताया गया है. माना जाता है कि इस दिन सोना खरीदने से लाभ मिलता है. धार्मिक मान्यता है कि अक्षय तृतीया तिथि (Akshaya Tritya) से ही सतयुग की शुरुआत हुई थी. इसके अलावा इस तिथि पर द्वापर युग का अंत और कलियुग की शुरुआत हुई थी. पवित्र तीर्थ स्थल बद्रीनाथ के कपाट भी इसी दिन खुलते हैं. साथ ही वृंदावन में श्री बांके बिहारीजी के चरणों के दर्शन भी साल में एक बार इसी दिन होते हैं. आइए जानते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन किन चीजों का दान शुभ माना गया है. 

अक्षय तृतीया के दिन इन चीजों को दान करना माना गया है शुभ


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ होता है. साथ ही इस दिन अनाज, गुड़, चना, सत्तू, सुराही, जल, हाथ के बने पंखे और कपड़े आदि दान करना विशेष फलदायी माना जाता है. मत्स्य पुराण के मुताबिक इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से उनकी विशेष कृपा मिलती है. इसके अलावा इस दिन दीन-दुखियों की सेवा करना भी शुभ होता है. 


अक्षय तृतीया के दिन रहेगा रोहिणी नक्षत्र और शोभन योग


पंचांग के मुताबिक अक्षय 3 मई 2022 को पूरे दिन तृतीया तिथि है. वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 4 मई 2022 को सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर होगा. इसके अलावा रोहिणी नक्षत्र भी पूरे दिन और रात को 1 बजकर 35 मिनट तक है. साथ ही इस दिन शोभन योग भी दोपहर 3 बजकर 03 मिनट तक है. 

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Delhi Pollution: साँस की बीमारी से होती है दिल्ली में हर 30-35 लोगों की मौत