Vastu Tips for Morning: सुबह का समय हर किसी के लिए खास होता है. यही वजह है कि अक्सर लोग कहते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान-ध्यान और पूजा-पाठ करना चाहिए. दरअसल इस सयम में पूजा-पाठ करने से प्रभु जल्द प्रसन्न होते हैं. वहीं अक्सर यह भी कहा जाता है कि अगर दिन की शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन भी अच्छा होता है और हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में समस्याएं दूर रहें. वास्तु शास्त्र में भी सुबह उठकर कुछ खास काम करने की सलाह दी गई है. आइए जानते हैं कि सुबह उठकर किन कार्यों को करना शुभ और मंगलकारी होता है.
पक्षियों को खिलाएं दाना
सुबह उठकर पक्षियों को दाना डालने से मानसिक शांति मिलती है और ऐसा करने से कुंडली में अशुभ फल देने वाले ग्रह भी शांत होते हैं. इसके साथ ही सुबह-सुबह पक्षियों को पानी भी दे सकते हैं. हालांकि, इस दौरान इस बात का ध्यान रखें कि पक्षियों को खाना और पानी किसी साफ जगह पर दें.
काली चीटियों को खिलाएं आटा
पक्षियों को दाना खिलाने के अलावा सुबह उठकर काली चीटियों को आटा भी खिला सकते हैं. काली चीटियों को भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है और इन्हें रोजाना सुबह आटा खिलाने से दुर्भाग्य खत्म होता है.
गौमाता के दर्शन
सुबह उठने के बाद गौमाता के दर्शन करना भी बहुत ही भाग्यशाली होता है. गाय को मां लक्ष्मी की प्रसन्नता का प्रतीक माना जाता है और दर्शन से माता लक्ष्मी की कृपा आती है. इसके अलावा गौमाता को अपने हाथ से रोटी भी खिला सकते हैं.
धार्मिक किताबों का करें दर्शन
कहा जाता है कि सुबह-सुबह धार्मिक किताबों का पाठ करना चाहिए और अगर यह संभव ना हो तो कम से कम सुबह उठकर स्नान करने के बाद धार्मिक किताबों का दर्शन करना चाहिए. वेद और गीता जैसे धार्मिक किताबो के दर्शन से आप दिनभर मानसिक तौर पर ऊर्जावान महूस करेंगे.
अपनी हथेली का दर्शन करें
शास्त्रों के अनुसार, मान्यता है कि हाथों में किस्मत की रेखा होती है और सुबह उठते ही दोनों हाथेलियों के दर्शन करने से दिन की शुरुआत बहुत अच्छी होती है. इससे मन को शांति और सकरात्मक ऊर्जा मिलती है.
पूज-पाठ
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, सुबह उठकर स्नान करना चाहिए और पूजा-पाठ करनी चाहिए. ऐसा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और भगवान की कृपा होती है. पूजा के दौरान हवन और यज्ञ भी करना चाहिए. हालांकि, अगर रोजाना हवन करना संभव नहीं है तो तुलसी के सामने दीपक जला सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)