Tuslidas jayanti 2025 : गोस्वामी तुलसीदास जयंती किस दिन है, जानिए यहां सही तिथि और मुहूर्त

आपको बता दें कि तुलसीदास जी, जो एक महान कवि और संत थे, जिन्होंने रामचरितमानस की रचना की थी, 2025 में उनकी 528वीं जयंती मनाई जाएगी. इस दिन, मंदिरों में रामचरितमानस, सुंदरकांड का पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
इस दिन का महत्व इस तथ्य में निहित है कि यह दिन लोगों में तुलसीदास के कार्यों के बारे में जागरूकता फैलाता है.

Goswami Jayanti 2025 : हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गोस्वामी तुलसीदास जयंती मनाई जाती है. यह जयंती हिन्दू पंचांग और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मनाई जाती है, इसलिए हर साल तिथि अलग-अलग होती है. इस साल यह जयंती 31 जुलाई को मनाई जाएगी. पंचांग के अनुसार, तुलसीदास जयंती 2025 (tulsidas jayanti muhurat 2025) मनाने का मुहूर्त क्या है, आइए जानते हैं...

Ganesh chaturthi 2025 : 26 या 27 अगस्त कब से शुरू होगा गणेश उत्सव, यहां दूर करिए कंफ्यूजन

तुलसीदास जयंती के शुभ मुहूर्त - Auspicious time of Tulsidas Jayanti

  • इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 03:59 से 04:42 तक रहेगा. 
  • प्रातः सन्ध्या मुहूर्त सुबह 04:21 से सुबह 05:25 तक है
  • अभिजित मुहूर्त सुबह 11:38 से दोपहर 12:31 तक रहेगा
  • विजय मुहूर्त दोपहर 02:17 से दोपहर 03:11 तक
  • वहीं, गोधूलि मुहूर्त शाम 06:44 से शाम 07:05  तक रहेगा
  • सायाह्न सन्ध्या शाम 06:44 से शाम 07:48 तक रहेगा
  • अमृत काल शाम 05:32 से शाम 07:20 तक रहेगा
  • निशिता मुहूर्त रात 11:43 से 12:26 देर रात (अगस्त 01)

तुलसीदास जयंती का महत्व - Significance of Tulsidas Jayanti

  • आपको बता दें कि तुलसीदास जी, जो एक महान कवि और संत थे, जिन्होंने रामचरितमानस की रचना की थी, 2025 में उनकी 528वीं जयंती मनाई जाएगी.
  • इस दिन, मंदिरों में रामचरितमानस, सुंदरकांड का पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है.
  • इस दिन का महत्व इस बात में निहित है कि यह दिन लोगों में तुलसीदास के कार्यों के बारे में जागरूकता फैलाता है.
  • गोस्वामी तुलसीदास जयंती के दिन तुलसीदास के रामायण को लोकप्रिय बनाने में उनके योगदान पर प्रकाश डाला जाता है.
  • आपको बता दें कि गोस्वामी तुलसीदास के कार्य को न केवल सबसे महान आधुनिक भारतीय महाकाव्य माना जाता है, बल्कि एक ग्रंथ में भारतीय संस्कृति का जीवंत सार भी माना जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Himachal Cloudburst: सराज घाटी में सेब बागानों की तबाही, करोड़ों का नुकसान | Ground Report