Tulsi Vivah 2022: आज तुलसी विवाह के दौरान कुछ काम बेहद शुभ माने जाते हैं, मिलती है देवी-देवताओं की कृपा

Tulsi Vivah 2022: धार्मिक मान्यताओं में तुलसी विवाह को बेहद शुभ माना जाता है. जानिए इस दिन किस तरह की जाती है तुलसी विवाह की तैयारियां और पूजा. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
Tulsi Vivah Puja: आज तुलसी विवाह पर इस तरह करें पूजा. 

Tulsi Vivah 2022: कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मान्यतानुसार तुलसी का विवाह शालीग्राम के साथ किया जाता है. पौराणिक कथाओं के आधार पर तुलसी के पौधे को तुलसी माता (Tulsi Mata) कहते हैं. वहीं, तुलसी भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की प्रिय मानी जाती हैं जिस चलते इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है. जो भक्त तुलसी  विवाह करते हैं उन्हें मान्यतानुसार कन्यादान जैसे पुण्य के योग्य कहते हैं. इस साल तुलसी विवाह की तिथि पर बहुत से भक्तों में सही तारीख को लेकर उलझन थी, लेकिन द्वादशी तिथि के अनुसार 5 नवंबर शाम 6 बजकर 8 मिनट से शुरू होकर तुलसी विवाह का मुहुर्त अगले दिन शाम 5 बजे तक रहेगा. जानिए इस दिन किन बातों का खास ख्याल रखा जा सकता है. 

Shani Pradosh Vrat: आज है शनि प्रदोष व्रत, इस तरह करेंगे शनि देव की पूजा तो मान्यतानुसार मिलेगी कृपा 


तुलसी विवाह पूजा | Tulsi Vivah Puja 


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु तुलसी विवाह से 4 महीने पहले तक योगनिद्रा में रहते हैं और तुलसी विवााह से पहले अपनी निद्रा से जागते हैं. ऐसे में इस दिन भगवान विष्णु और तुलसी माता से जुड़े कुछ उपाय भक्तों के द्वारा किए जा सकते हैं. 

Advertisement


घर में सकारात्मकता के लिए घर तुलसी के साफ पत्तों को पानी के कलश में रखा जाता है. पूजा के पश्चात इस पानी का छिड़काव पूरे घर में किया जाता है. इस पानी को बेहद शुभ मानते हैं और नकारात्मकता दूर करने के लिए इसका छिड़काव किया जा सकता है.

Advertisement


तुलसी विवाह को दांपत्य जीवन के लिए भी अच्छा माना जाता है. कहते हैं इस दिन पति-पत्नी को मिलकर तुलसी पूजा (Tulsi Puja) करनी चाहिए और तुलसी विवाह में भाग लेना चाहिए. 

Advertisement


दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाने के लिए तुलसी विवाह के दिन नदी में स्नान करने को शुभ माना जाता है. लेकिन, जाहिरतौर पर नदी के आसपास सभी नहीं रहते हैं जिस चलते पानी में गंगाजल या किसी और नदी के शुद्ध जल को डालकर स्नान करने की रीति है. 

Advertisement


तुलसी विवाह के दिन तुलसी के पौधे पर या तुलसी माता की प्रतिमा के समक्ष सोलह श्रृंगार की चीजें अर्पित की जाती हैं. ये चीजें विवाह में खासतौर से इस्तेमाल होती हैं और सुहागिन महिलाओं को दी जाती हैं. 


तुलसी विवाह शाम के समय किया जाता है जिसके लिए भक्त गन्ने का मंडप लगाते हैं. इस गन्ने के मंडप को तुलसी के गमले के ऊपर लगाया जाता है. इसके बाद गमले में शालीग्राम (Shaligram) की प्रतिमा रखकर विवाह की रस्में शुरू की जाती हैं. शालीग्राम-तुलसी पर हल्दी लगाई जाती है, मिठाई अर्पित की जाती  है और तुलसी मंत्र ‘महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते' का उच्चारण किया जाता है. 

Chandra Grahan 2022: जल्द लगने वाला है चन्द्र ग्रहण, जानिए किस तरह मां लक्ष्मी को किया जा सकता है प्रसन्न

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
 

Featured Video Of The Day
NDTV India Samvad | Justice UU Lalit ने बताया Criminal Justice का सबसे बड़ा चैलेंज | NDTV India
Topics mentioned in this article