Sawan 2025 : हिन्दू धर्म के 12 महीने किसी न किसी तरीके से धर्म और आस्था से जुड़े होते हैं. सावन या श्रावण मास शिव भक्ति के लिए समर्पित है. इस दौरान भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना और उपवास रखा जाता है. मान्यता है सावन का महीना भोलेनाथ को बहुत प्रिय है, इसके पीछे कई वजह. एक तो यह है कि श्रावण मास में ही देवी पार्वती ने तपस्या करके शिव जी को पति के रूप में प्राप्त किया था. दूसरी वजह है कि इस मास में ही शिव जी देवी पार्वती के साथ अपने ससुराल गए थे. तीसरी वजह है एक बार देवताओं और असुरों ने मिलकर अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन किया. इस मंथन में 14 रत्न निकले, जिनमें एक भयंकर विष भी था जिसे "हालाहल" कहा गया.
इस विष की ज्वाला इतनी तीव्र थी कि सम्पूर्ण ब्रह्मांड में त्राहि-त्राहि मच गई. तब सभी देवता और असुर भगवान महादेव (शिवजी) के पास पहुंचे और उनसे इस संकट से उबारने की प्रार्थना की. तब भगवान शिव ने उस महान विष (हलाहल ) का पान किया. यह घटना वर्षा ऋतु के श्रावण मास में हुई थी, और तभी से श्रावण मास में भगवान शिव का जलाभिषेक करना अति शुभ और फलदायक माना जाता है. यह भी मान्यता है कि श्रावण मास में शिव जी का निवास स्थान पृथ्वी लोक होता है. ऐसे में शिव की उपासना, उपवास, भक्ति और सेवा से जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि आती है. यह तो बात हो गई धर्म की. लेकिन श्रावण मास विज्ञान के लिहाज से भी बहुत खास है. आज के इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे.
विज्ञान के लिहाज से सावन का महत्व - Significance of Sawan from scientific point of view
सावन के आते ही प्रकृति में ताजगी आ जाती है, क्योंकि बारिश से धूल और प्रदूषण नीचे बैठ जाता है. पेड़-पौधे हरे भरे हो जाते हैं और आॉक्सीजन की गुणवत्ता और बेहतर हो जाती है. जो आपके फेंफड़ों ही नहीं बल्कि ओवरऑल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
इस दौरान वातावरण में नमी होने के कारण पाचन क्रिया बहुत धीमी हो जाती है. इसलिए डॉक्टर और बड़े बुजुर्ग सावन माह में हल्का और आसानी से पचने वाले भोजन करने की सलाह देते हैं. इस दौरान व्रत रखने और फलाहार करने से पेट अंदर से साफ हो जाता है.
सावन का महीना मेंटल हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. क्योंकि इस महीने में हरा-भरा वातावरण मन को बहुत सुकून देता है और तनाव दूर करता है. यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि प्रकृति की ताजगी मन को खुश रखने में अहम भूमिका निभाती है.
सावन का महीना जल संरक्षण के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इस दौरान नदियों, तालाबों और कुओं में पानी भर जाता है. यह प्राकृतिक रूप से जल संरक्षण का एक बड़ा अवसर होता है, जो भीषण गर्मी के बाद धरती शांत करता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)