Sun transit in Scorpio 2025 Horoscope: ज्योतिष में सूर्य देवता को आत्मा, तेज, पिता, शासन, प्रतिष्ठा, अधिकार और जीवन शक्ति का कारक ग्रह माना गया है. बृहद पाराशर होरा शास्त्र के अनुसार “सूर्योऽत्मा जगतस्तस्थुषश्चैव प्रभवाप्ययो” - अर्थात् सूर्य ही समस्त जीवों की आत्मा हैं, वही जीवन का मूल कारण हैं. सूर्य जब किसी राशि में प्रवेश करते हैं, तो उस राशि की प्रकृति के अनुसार समस्त राशियों पर प्रभाव डालते हैं. आज 16 नवंबर 2025 को सूर्य मंगल की राशि वृश्चिक में गोचर करने जा रहे हैं, जो कि जल तत्व की, स्थिर, गूढ़ और रहस्यमयी राशि है. यह राशि भावनाओं की गहराई, रहस्यों, शोध, अध्यात्म, परिवर्तन और पुनर्जन्म से जुड़ी मानी जाती है.
जब सूर्य इस राशि में प्रवेश करते हैं, तो उनका तेज भीतर की गहराइयों को आलोकित करता है. यह काल अंतरमन की साधना, आत्मशक्ति जागरण और छिपे सत्य के उद्घाटन का समय होता है. सूर्य यहां मंगल के अधीन हो जाते हैं, जिससे उनका तेज अधिक केंद्रित, शोधपरक और परिणाममुखी होता है. यह समय अहंकार के शोधन और आत्मविकास का भी होता है. सूर्य के वृश्चिक राशि में गोचर से 12 राशियों के जीवन में क्या कुछ प्रभाव पड़ेगा, आइए इसे जानी-मानी ज्योतिषाचार्य व वास्तुविद् डॉ. नीति एस. शर्मा से जानते हैं.
मेष राशि (Aries)
सूर्य अष्टम भाव में रहेगा, जिसके कारण आपको सेहत संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं. ऐसे अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें. इस दौरान अचानक घटनाएं घट सकती है. सावधानी से वाहन चलाएं.
उपाय: “ॐ सूर्याय नमः” का जाप करें, रविवार को गुड़ और गेहूं का दान करें.
लाभ: आध्यात्मिक दृष्टि और आत्मज्ञान में वृद्धि.
वृषभ राशि (Taurus)
सप्तम भाव में सूर्य आपके दांपत्य जीवन और साझेदारी में अहं को बढ़ा सकता है. जिससे संबंधों में दिक्कतें आ सकती हैं.
उपाय: जीवनसाथी की भावनाओं का आदर करें, रविवार को मीठा दान करें.
लाभ: संबंधों में स्पष्टता और सामंजस्य बढ़ेगा.
मिथुन राशि (Gemini)
छठे भाव में सूर्य आपको प्रतियोगिता और कार्यस्थल में बड़ी सफलता दिला सकता है. ऐसे में अपने शुभ समय का पूरा सदुपयोग करें.
उपाय: तांबे के पात्र में जल रखकर सुबह सूर्य को अर्घ्य दें.
लाभ: शत्रु पर विजय, स्वास्थ्य में सुधार.
कर्क राशि (Cancer)
पंचम भाव में सूर्य आपकी संतान, रचनात्मकता और प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव भरी स्थिति लिए रहेगा. ऐसे में में अपने संबंधों को बेहतर बनाने का प्रयास करें.
उपाय: गायत्री मंत्र का नित्य जाप करें.
लाभ: मानसिक संतुलन और आत्मविश्वास में वृद्धि.
सिंह राशि (Leo)
चतुर्थ भाव में सूर्य इस बात का संकेत दे रहा है कि आपको अपने घर, माता और वाहन संबंधी निर्णय को बेहद सावधानी से लेने की जरूरत है. कोई भी बड़ा निर्णय जल्दबाजी या असमंजस की स्थिति में न लें.
उपाय: रविवार को माता-पिता की सेवा करें, लाल पुष्प अर्पित करें.
लाभ: पारिवारिक सुख और स्थिरता प्राप्त होगी.
कन्या राशि (Virgo)
तृतीय भाव में सूर्य कन्या राशि के जातकों के साहस, पराक्रम और यात्राओं में वृद्धि, जिसका इस पूरे महीने पूरा लाभ मिलेगा.
उपाय: तांबे की अंगूठी पहनना लाभकारी.
लाभ: आत्मबल और निर्णय क्षमता में वृद्धि.
तुला राशि (Libra)
द्वितीय भाव में सूर्य तुला राशि के जातकों को एक माह तक अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने का संकेत दे रहा है. इस दौरान आपको आर्थिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
उपाय: लाल मसूर और गुड़ का दान करें.
लाभ: वाणी का प्रभाव बढ़ेगा, आय में स्थिरता आएगी.
वृश्चिक राशि (Scorpio)
लग्न में सूर्य वृश्चिक राशि के जातकों के आत्मविश्वास को बढ़ाने का काम करेगा. हालांकि इस राशि के जातकों को अहंकार से बचने की आवश्यकता रहेगी.
उपाय: रविवार को जल में लाल पुष्प और कुमकुम डालकर अर्घ्य दें.
लाभ: व्यक्तित्व का आकर्षण बढ़ेगा, नए अवसर मिलेंगे.
धनु राशि (Sagittarius)
द्वादश भाव में सूर्य धनु राशि के खर्च में वृद्धि कराएगा. इस दौरान आपकी विदेश या लंबी दूरी की यात्राएं संभव है. धनु राशि के जातकों को ध्यान-योग में मन लगाने की आवश्यकता रहेगी.
उपाय: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
लाभ: मानसिक शांति और दिव्य दृष्टि प्राप्त होगी.
मकर राशि (Capricorn)
एकादश भाव में सूर्य आपको बड़ा लाभ दिलाएगा. इस दौरान आपकी पदोन्नति और मान-सम्मान में वृद्धि की संभावना बनेगी. कुल मिलाकर आपके लिए समय शुभ रहने वाला है.
उपाय: सूर्य मंदिर में लाल वस्त्र अर्पित करें.
लाभ: आर्थिक और सामाजिक उन्नति.
कुंभ राशि (Aquarius)
दशम भाव में सूर्य कुंभ राशि के जातकों के जीवन सुख-सौभाग्य का कारण बनेगा. इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपका प्रभाव बढ़ेगा. आपको किसी बड़े कार्य का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त होगा.
उपाय: सूर्य को गुड़ मिले जल से अर्घ्य दें.
लाभ: पदोन्नति और सरकारी कार्यों में सफलता.
मीन राशि (Pisces)
नवम भाव में सूर्य आपका भाग्योदय करेगा. इस दौरान आपको सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होगी. धार्मिक यात्रा करने का सौभाग्य प्राप्त होगा.
उपाय: रविवार को गरीबों में लाल वस्त्र या अन्नदान करें.
लाभ: भाग्य में वृद्धि और गुरुजनों का आशीर्वाद मिलेगा.
शास्त्रीय प्रमाण व आध्यात्मिक संदेश
बृहत जातक में वर्णन है - “सूर्यः स्थाने शुभं दद्यात्, दूरे रोगं करिष्यति.” अर्थात सूर्य जब शुभ स्थान पर हों तो तेज, मान और स्वास्थ्य देते हैं, और जब अशुभ स्थान पर हों तो अहं, क्रोध व असंतुलन उत्पन्न करते हैं. वृश्चिक गोचर का काल हमें सिखाता है कि भीतर के अंधकार को प्रकाश से भरना ही असली सूर्य साधना है.
सूर्य के वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान करें ये विशेष उपाय
1. प्रतिदिन उगते सूर्य को तांबे के पात्र से जल में लाल पुष्प डालकर अर्घ्य दें.
2. “ॐ घृणि सूर्याय नमः” का 11 या 108 बार जाप करें.
3. रविवार को गुड़, गेहूं, लाल वस्त्र और तांबे के दान से पाप कर्म शुद्ध होते हैं.
4. आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ सर्वोत्तम है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)














