Som pradosh vrat : प्रदोष व्रत कल यानी 11 जुलाई को रखा जाएगा. यह व्रत करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख शांति बनी रहती है. इस बार यह व्रत आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी तिथि सोमवार को पड़ रहा है. आपको बता दें कि इस बार जो कोई यह व्रत शुरू करेगा, उसके लिए बहुत फलदायी होने वाला है क्योंकि, सोम प्रदोष व्रत में 4 शुभ योग पड़ रहे हैं. जिसमें से सर्वार्थ सिद्धि योग में अगर इस उपवास की शुरूआत करते हैं, तो बहुत अच्छा होगा. चलिए जानते हैं कब से लग रहा है सर्वार्थ सिद्धि योग.
सोम प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त
शुभ मुहूर्त शाम 07 बजकर 22 मिनट से रात 9 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी.
सोम प्रदोष व्रत पूजा विधि | Som Pradosh Vrat Puja Vidhi
- सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat) में भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है. ऐसे में इस दिन भगवान शिव की पूजा के लिए सुबह स्नान के पश्चात् साफ-सुथरे वस्त्र धारण किए जाते हैं.
- इस दिन हल्के लाल या गुलाबी रंग का वस्त्र धारण करना शुभ होता है. प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा आरंभ की जाती है. तांबे के पात्र से शुद्ध शहद एक धारा के साथ शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है.
- इसके बाद शिवलिंग पर जल का अभिषेक किया जाता है. अभिषेक करते समय ओम् नमः शिवाय या सर्व सिद्धि प्रदाये नमः इस मंत्र का 108 बार जाप किया जाता है. इसके बाद प्रदोष व्रत कथा का पाठ किया जाता है.
- साथ ही शिव चालीसा का भी पाठ किया जाता है. इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना शुभ फलदायी माना गया है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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