Shani Dev: मान्यतानुसार शनि देव न्याय के देवता कहलाते हैं. कहा जाता है कि शनि देव मनुष्यों को उनके अच्छे और बुरे कर्मों का फल देते हैं और कोई भी शनि देव से नहीं बच सकता है. शनि देव (Shani Dev) के प्रसन्न होने के विषय में कहा जाता है कि जिन जातकों से शनि देव प्रसन्न होते हैं या जिनकी कुंडली में शनि देव शुभ होते हैं उनका भाग्योदय हो जाता है. शनि देव जीवन को सरल बना देते हैं और जातकों के कष्टों का निवारण भी करते हैं. परंतु, शनि देव हर किसी की कुंडली में प्रसन्न हों या शुभ हों ऐसा आवश्यक नहीं है. इस स्थिति में व्यक्ति कुछ उपायों के माध्यम से शनि देव को प्रसन्न करने का प्रयास कर सकते हैं. वहीं, शनि देव राशि (Zodiac Sign) में शुभ होते हैं तो इसके संकेत आपको स्वयं ही नजर आने लगते हैं.
शुभ शनि होने के संकेत
- यदि अचानक से धन लाभ होने लगे तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि कुंडली में शुभ शनि हैं.
- कार्यक्षेत्र में अकस्मात तरक्की भी इसका संकेत हो सकता है.
- मकर, कुंभ और तुला राशि (Libra) में आमतौर पर शनि शुभ माने जाते हैं.
- शनि देव जिन लोगों पर प्रसन्न होते हैं या जिनकी राशि में शुभ होते हैं उनके बाल, नाखून, आंखें और हड्डियां कमजोर नहीं होते. ऐसे लोगों की सेहत बेहद अच्छी रहती है.
- दुर्घटना की चपेट में आते-आते भी व्यक्ति बच जाए तो उसपर शनि देव की विशेष कृपा मानी जाती है.
- शनि देव को प्रसन्न करने के लिए भक्त मान्यतानुसार कुछ उपाय कर सकते हैं. माना जाता है कि शनि देव की पूजा-आराधना सूर्यास्त के बाद करना बेहद शुभ होता है.
- शनिवार (Saturday) का दिन शनि देव को समर्पित होता है. इस दिन शनि देव की विशेष पूजा होती है. इस चलते शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करना भी शुभ मानते हैं.
- शनि देव के 10 नामों के उच्चारण के साथ पूजा करना शुभ मानते हैं. शनि देव के नाम हैं, कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद व पिप्पलाद.
- शनिवार के दिन शनि देव के मंदिर में जाकर शनि देव की प्रतिमा के समक्ष सरसों के तेल का दीया जलाना भी शुभ माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)