चैत्र नवरात्रि पर तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार है श्री माता वैष्णों देवी भवन, पढ़ें जरूरी बातें

Mata Vaishno Devi: चैत्र नवरात्रि पर तीर्थयात्रियों की सुविधा और यात्रा से जुड़ी जानकारी माता वैष्णों देवी भवन श्राइन बोर्ड द्वारा जारी की गई है.  

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Vaishno Devi Yatra: तीर्थयात्रियों के लिए जिस दुर्गा भवन को तैयार किया गया है उसमें 3000 तीर्थयात्रि रोजाना रह सकते हैं.
कटरा (जम्मू और कश्मीर):

22 मार्च से शुरू हो रही नवरात्रि के नौ दिन माता रानी के दर्शन करने आ रहे अनेक तीर्थयात्रियों के लिए माता वैष्णों देवी का मंदिर हजारों फूलों से सुसज्जित किया गया है और भक्तों के स्वागत के लिए एकदम तैयार है. जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जोकि श्री माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड के चैयरमेन भी हैं, ने 18 मार्च के दिन यह घोषणा की कि तीर्थयात्रियों (Pilgrims) के लिए पांच मंजिला दुर्गा भवन तैयार रखा जाएगा. चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) नौ दिनों का त्योहार है जो मां दुर्गा के नौं रूपों को समर्पित है और इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्णांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्री, महागौरी और सिद्धीरात्री की पूजा की जाती है.

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 चैत्र नवरात्रि हिंदु कैलेंडर के अनुसार चैत्र के पहले माह में मनाई जाती है. इसे हिंदु नववर्ष का पहला महीना भी कहते हैं. वहीं, हिंदु धर्म में चैत्र नवरात्रि के नौंवे दिन रामनवमी मनाई जाती है. 

तीर्थयात्रियों के लिए जिस दुर्गा भवन को तैयार किया गया है उसमें 3000 तीर्थयात्रि रोजाना रह सकते हैं, इसे नई आकृति और आकार देने की कोशिश की गई है जिससे तीर्थों को पूरा आराम मिल सके. 

औपचारिक बयान के अनुसार, "भवन फ्री और किराए वाले कमरों के साथ तैयार है जिसमें वॉशरूम, लोकर की सुविधा, प्रसाद काउंटर और तिरूपति भोजनालय और बुफे शामिल है. इसमें साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा गया है और भक्तों के लिए किफायती दामों पर खाना लिया जा सकता है जोकि भक्तों की सुविधा के अनुसार हो."

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श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने तीर्थयात्रियों के लिए ट्रैक और अन्य स्थानों पर की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की, जिसमें चौबीसों घंटे पानी और बिजली की आपूर्ति शामिल है, जो मंदिर तक में है. श्राइन बोर्ड के कैटरिंग आउटलेट्स, साफ-सफाई, मेडिकेयर और विशेष "फास्ट-रिलेटेड" भोजन की उपलब्धता भी होगी. 

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दिव्यांगजनों के लिए श्राइन बोर्ड ने खास व्यवस्थाएं रखी हैं जिसमें घोड़े पर सवारी, बैटरी कार सर्विस कोम्प्लिमेंटरी होगी और नवरात्रि के दौरान मुख्य ग्रह में प्राथमिक तौर पर दर्शन कराए जाएंगे. 

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श्राइन में शांति, सुख-समृद्धि और सभी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शत चंडी महा यज्ञ की व्यवस्था की जा रही है. इस यज्ञ का लाइव टेलेकास्ट सुबह 11 बजकर 30 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक नवरात्रि के दौरान रोजाना टीवी पर होगा. इसके अलावा, कलाकारों द्वारा सुबह भजन और भेंट परफोर्मेंस होगी और शाम के समय अटका आरती की जाएगी जिससे तीर्थयात्रियों में भक्ति भाव का संचार हो सके. 

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यह उल्लेख करना उचित है कि अटका आरती क्षेत्र को हर साल में 500 से अधिक तीर्थयात्रियों को इकट्ठा करने के लिए फिर से तैयार किया जाता है. इस तरह इसकी मौजूदा क्षमता को दुगुना कर दिया गया है. गर्ग ने अपने सभी इंजीनियरों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि वे हर फ्लोर पर अपने-अपने काम के स्थान की साफ सफाई और जरूरतों  का रोजाना जाकर मुआयना करें. 

औपचारिक स्टेटमेंट में गर्ग की बात रखते हुए कहा गया कि "हमें अपनी कोशिशों को दोगुना करने की जरूरत है जिससे तीर्थयात्रियों की बढ़ती हुई अपेक्षाओं की पूर्ति हो सके और सभी यहां से खास अनुभव और प्रसन्न यादों के साथ जा सकें."

तीर्थयात्रियों से यह भी अपील की गई कि वे अपनी हेलीकॉप्टर टिकेट, बैटरी कार, रहने की सुविधा, आरती दर्शन, हवन और दान आदि श्राइन बोर्ड की औपचारिक वेबसाइट www.maavaishnodevi.org पर और माता वैष्णों देवी ऐप पर ऑनलाइन बुक कर सकते हैं. 

गर्ग ने यह भी कहा कि श्राइन तक जाने वाले सभी रास्ते साफ हैं और तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान खाना-पानी वगैरह आसानी से मिल जाएगा. 
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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