शिवरात्रि पर महादेव को कैसे चढ़ाएं जल, यहां जानिए सही नियम

भगवान शिव को जल चढ़ाते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिसके बारे में हम यहां बताने जा रहे हैं...

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Shivratri 2025 date : जब भी आप शिवलिंग का अभिषेक करें परिक्रमा जरूर करिए.

Mahashivratri 2025 : फरवरी का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित है. मान्यता है इस महीने में खासतौर से महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. साथ ही, विवाह आदि में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं. वहीं, शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक करना भी बहुत फलदायी माना जाता है. लेकिन भगवान शिव को जल चढ़ाते समय; आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिसके बारे में हम आगे आपको बता रहे हैं...

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शिवरात्रि पर कैसे चढ़ाएं भगवान शिव को जल

भोलेनाथ को जलाभिषेक गंगाजल, साफ पानी और गाय के दूध से करें. वहीं, शिवलिंग का अभिषेक करते समय जलधारा हमेशा पतली और धीमी होनी चाहिए, इस बात का खास ख्याल रखें. बहुत तेजी से जलाभिषेक न करें. 

वहीं, जल हमेशा पूर्व दिश में मुख करके चढ़ाना चाहिए. वहीं, जलाभिषेक हमेशा झुककर या फिर बैठकर करें. इसके अलावा भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र जरूर अर्पित करें. इसके साथ धतुरा, आक के फूल, शमी के पत्ते भी शामिल करना शुभ माना जाता है. 

जब भी आप शिवलिंग का अभिषेक करें परिक्रमा जरूर करिए. परिक्रमा शिवलिंग की बाईं और से आधी ही करें. परिक्रमा करते समय जलहरी को न लांघें, इस बात का खास ख्याल रखें. भगवान शिव की पूजा में तुलसी, सिंदूर, नारियल, शंख, केतकी के फूल का उपयोग न करें. 

महाशिवरात्रि की तिथि 2025 - Maha shivratri date 2025

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 8 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी 27 फरवरी 8 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगा. हिन्दू धर्म में उदयातिथि का विशेष महत्व होता है, ऐसे में महाशिवरात्रि पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा. 

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जलाभिषेक करने का शुभ समय - Auspicious time for Jalabhishek

सुबह का समय

इस दिन जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त 6 बजकर 47 मिनट से 9 बजकर 42 मिनट तक है. उसके बाद 11 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक है. 

शाम के समय 

वहीं, महाशिवरात्रि को शाम के समय जलाभिषेक करने का समय 3 बजकर 25 मिनट से 6 बजकर 8 मिनट तक है. इसके बाद रात में 8 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 1 मिनट तक है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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