Dudhiya Nath Mahadev Temple: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में स्थित दुधिया नाथ महादेव मंदिर भी लोगों का आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां पर स्थापित सफेद रंग के शिवलिंग (white shivling) पर जलाभिषेक करने के लिए शिव भक्त पहुंचते हैं. आपको बता दें कि इस मंदिर की स्थापना सौ साल पहले एक संत ने की थी. वहां के निवासियों का मानना है कि जिस जगह पर मंदिर बना है, वहां पहले घने जंगल थे. इस जंगल में ही संत एक कुटिया में रहते थे, जहां वह कई साल तक साधना में लीन रहे. इससे जुड़ी और भी रोचक बातें जो इस आर्टिकल में बताएंगे.
वहां के लोगों का कहना है कि कई साल तक साधना करने के बाद उन्हीं संत ने शिवलिंग की स्थापना की थी. हालांकि संत के ब्रह्मलीन होने के बाद से वह जगह उपेक्षित रहा लेकिन, जब आस-पास लोग वहां आकर बसने लगे तो आपसी सहयोग से उस मंदिर का फिर से जीर्णोद्धार किया गया. इसके बाद मंदिर की पूजा-अर्चना के लिए एक पुजारी को भी रखा गया, जो नियमित पूजा अर्चना करते हैं. अब किसी भी त्योहार में भारी संख्या में लोगों की भीड़ लगती है. शिव भक्तों का मानना है कि दूधिया नाथ महादेव मंदिर में पूजा करने से मांगी मुराद पूरी होती है. इस मंदिर में शिव भक्त सुबह और शाम पूजा आरती करने के लिए पहुंचते हैं.
इस मंदिर में सावन के महीने में खूब भीड़ लगती है. यहां कांवरिया लेकर निकलने वाले लोग एकत्र होते हैं. इसके बाद सभी गंगाघाट की यात्रा पर निकलते हैं. आपको बता दें कि सावन के महीने में हर सोमवार को यहां कांवरियों की भीड़ लगती है.
वहीं, शनिवार को इस मंदिर के परिसर में एक शमी का पेड़ है, जिसकी पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन सभी भक्त शाम को एकत्र होकर वृक्ष के नीचे दीप प्रज्वलित करते हैं. लोगों का मानना है कि शमी के वृक्ष की पूजा अर्चना करने से घर में सुख शांति आती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)