ज्योतिषाचार्य से जानिए किन आदतों के कारण नाराज हो जाते हैं शनि देव, अब से सुधार लीजिए अपनी हैबिट्स

ये एक राशि पर ढाई साल तक रहते हैं. शनि की साढ़े साती भी पूरे जीवन में तीन बार आती है. इनकी महादशा 19 वर्ष की होती है. 

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जो लोग धर्म के मार्ग पर चलते हैं, अपना कार्य ईमानदारी से करते हैं शनि देव प्रसन्न रहते हैं.

Shani dev upay : शनि देव को दंडनायक एवं कर्म फल प्रदाता कहा जाता है. यह मां छाया एवं सूर्य देव के पुत्र हैं. इनके भाई बहन यम,यमुना एवं भद्रा हैं. शनि देव सभी प्राणियों के अच्छे बुरे कर्मों पर दृष्टि रखते हैं, जो प्राणी लोग कर्म करते हैं, अधर्म के मार्ग पर चलते हैं, मिलावटी काम करते हैं वहीं, जो लोग अपने माता-पिता और ईश्वर का अनादर करते हैं, गरीबों को सताते हैं, पशु पक्षियों को मारते हैं या उनको सताते हैं, किसी भी प्रकार से किसी प्राणी को अकारण सताते या प्रताड़ित करते और दुख देते हैं, यह शनि देव को बिल्कुल पसंद नहीं है. इसके अलावा और क्या शनिदेव को रुष्ट कर सकता है, आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से. 

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शनि देव किन बातों से हो जाते हैं नाराज

मांस मदिरा का सेवन करने से शनि देव रुष्ट हो सकते हैं. व्यभिचार, परस्त्री गमन करने से, शनि देव बेहद क्रोधित होते हैं. ऐसे पाप कर्म करने वालों को शनिदेव भारी कष्ट देते हैं. 

व्यापार में हानि, स्वास्थ्य खराब, गंभीर रोग, दुर्घटनाएं आदि देकर उसका आत्मबल तोड़ देते हैं. शनि राजा को रंक बना देते हैं और रंक को राजा बनाने की ताकत रखते हैं.

शनि देव की क्या है विशेषता

शनि देव सारे रिश्तों की हकीकत सामने लाते हैं. यह आपको मोह माया मार्ग से हटाकर ईश्वर की तरफ मोड़ते हैं. साथ ही बिगड़े हुए काम को बनाते हैं. इसके अलावा जब शनि जाते हैं, तो फिर आपकी सुख-समृद्धि लौटाकर जाते हैं. शनि देव हनुमान जी के भक्तों पर कृपा दृष्टि बनाकर रखते हैं. 

शनि भगवान शिव और भगवान श्री कृष्ण को अपना गुरु एवं ईश्वर मानते हैं. शनि श्याम वर्ण के हैं, इनकी चाल बहुत धीमी होती है, इसलिए इन्हें शनिश्चराय बोला जाता है. ये एक राशि पर ढाई साल तक रहते हैं. ब्रह्म, विष्णु, महेश त्रिदेवों ने ही शनि देव को त्रिकाल दृष्टि प्रदान की है, जिससे शनि देव दानव-मानव सभी के अच्छे बुरे कर्मों को देख सकें.

ये एक राशि पर ढाई साल तक रहते हैं. शनि की साढ़े साती भी पूरे जीवन में तीन बार आती है. इनकी महादशा 19 वर्ष की होती है. 

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कैसे होते हैं शनि देव प्रसन्न

जो लोग धर्म के मार्ग पर चलते हैं, अपना कार्य ईमानदारी से करते हैं,माता-पिता की सेवा करते हैं, ईश्वर आराधना में निमग्न रहते हैं, साफ सुथरे रहते हैं, आलस्य नहीं करते है ,गरीब मजदूरों को सम्मान देते हैं, उनकी मदद करते हैं, शनिदेव प्रसन्न होते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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