महादेव को अति प्रिय हैं बेलपत्र, लेकिन क्या घर में लगाना चाहिए बेल का पेड़

Vastu of planting : वास्तु के अनुसार चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या को बेलपत्र तोड़ना वर्जित माना गया है. सोमवार के दिन भी बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
बेल का पौधा भगवान शिव की पूजा के निए उनके प्रिय बेलपत्र के साथ साथ सेहतकारी बेल का फल भी देता है.

Sawan 2024 Vastu: सावन (Sawan) को महादेव का सबसे प्रिय माह माना जाता है और इस पूरे माह शिव भक्त भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं. भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय हैं और बेलपत्र के बगैर महादेव की पूजा पूरी नहीं होती है. सावन में सोमवार का व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र जरूर चढ़ाना चाहिए. सावन माह को घर में बेलपत्र का पौधा (Tree of Belpatra) लगाने के लिए भी सही समय माना जाता है. मान्यता है कि जिस घर में बलेपत्र का पेड़ होता है वहां भगवान शिव की कृपा बरसती है. अगर आप इस बार सावन माह में घर में बेल का पेड़ लगाना चाहते हैं, तो जान लीजिए वास्तु शास्त्र में घर में बेल का पेड़ लगाने के बारे में क्या बताया गया है और सावन माह के वास्तु टिप्स (Sawan Vastu Tips) …..

सावन में कितने सोमवार के व्रत हैं बाकी, यहां जानिए चौथे सोमवार व्रत की तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि

बेल का पौधा लगाने के वास्तु नियम

  • बेल का पौधा भगवान शिव की पूजा के लिए उनके प्रिय बेलपत्र के साथ-साथ बेल का फल भी देता है. घर में बेल का पौधा लगाते समय वास्तु के कुछ नियमों का जरूर पालन करना चाहिए.
  • वास्तु के अनुसार बेल का पौधा हमेशा घर के उत्तर या पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए. यह दिशा बेल का पौधा लगाने के लिए लाभकारी होती है.
  • बेल के पौधे को घर के आंगन में लगाने से नकारात्मकता दूर होती है. 
  • सावन माह में बेल के पेड़ की पूजा बहुत शुभ और फलदाई होती है. इस माह में बेल के पेड़ की पूजा और उस पर लाल रंग का कलावा बांधने से कुंडली में राहु के अशुभ प्रभावों से छुटकारा प्राप्त होता है.
  • बेल के पेड़ में कलावा बांधने और नियम से जल चढ़ाने से पितृदोष के कारण होने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है.
  • वास्तु के अनुसार चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या को बेलपत्र तोड़ना वर्जित माना गया है. सोमवार के दिन भी बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए. सोमवार के व्रत के लिए एक दिन पहले ही बेलपत्र तोड़कर रख लेना चाहिए. इससे सोमवार को बेलपत्र तोड़ने के दोष से बचा जा सता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Topics mentioned in this article