Sawan Amawasya 2025 : सावन माह की अमावस्या 2025 में कब है, जानिए यहां स्नान-दान का मुहूर्त

मान्यता है इस माह में भगवान शिव की पूजा अर्चना और व्रत करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है. सावन माह में पड़ने वाली अमावस्या का भी विशेष महत्व होता है. ऐसे में आइए जानते हैं सावन अमावस्या की तिथि क्या है...

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सावन में पड़ने वाली अमावस्या के दिन पौधे लगाए जाते हैं. इससे भगवान शिव और देवी गौरी भी खुश होते हैं.

Sawan Amavasya 2025 : भगवान शिव का महीना सावन शुरू होने में बस कुछ दिन और है. 11 जुलाई को सावन लग जाएगा, ऐसे में हर तरफ आपको भोलेनाथ के जयकारे सुनाई देने लग जाएंगे. मंदिरों में सुबह से भक्तों की लाइन शिव जी के अभिषेक के लिए लगनी शुरू हो जाएगी. मान्यता है इस माह में भगवान शिव की पूजा अर्चना और व्रत करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है. सावन माह में पड़ने वाली अमावस्या का भी विशेष महत्व होता है. ऐसे में आइए जानते हैं सावन अमावस्या की तिथि क्या है...

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सावन अमावस्या 2025 मुहूर्त - Sawan Amavasya 2025 Muhurta

सावन अमावस्या 24 जुलाई 2025 को सुबह 2 बजकर 28 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 25 जुलाई 2025 को सुबह 12 बजकर 40 मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि के अनुसार सावन अमावस्या 24 जुलाई को मनाई जाएगी.

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सावन अमावस्या स्नान-दान मुहूर्त 2025 - Sawan Amavasya Bath-Donation Muhurta 2025

  • शुभ - सुबह 5 बजकर 38 मिनट से सुबह 7 बजकर 20 मिनट तक रहेगा.
  • चर - सुबह 10 बजकर 35 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा.
  • लाभ - दोपहर 12 बजकर 27 मिनट से दोपहर 2 बजकर 10 मिनट तक रहेगा.

सावन अमावस्या का महत्व 2025 - Significance of Sawan Amavasya 2025

  • सावन में पड़ने वाली अमावस्या के दिन पौधे लगाए जाते हैं. इससे भगवान शिव और देवी गौरी भी खुश होते हैं.
  • सावन अमावस्या के दिन पीपल का पौधा जरूर लगाएं. इस दिन पीपल लगाने से आपके पितर खुश होते हैं. इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. 
  • जो लोग सावन अमावस्या को तर्पण करते हैं उनके सारे पाप धुल जाते हैं. पूर्वजों और ऋषियों का भी आशीर्वाद मिलता है. 

सावन अमावस्या पर दुर्लभ संयोग

सावन अमावस्या पर पुष्य योग का संयोग बन रहा है. इसके अलावा अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और हर्षण योग भी रहेगा.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


 

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