Sankashti Chaturthi 2025 : संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश को इन चीजों का लगाएं भोग

माना जाता है भगवान गणेश को उनका प्रिय भोग लगाने से रुके कार्य पूरे भी हो सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं संकष्टी चतुर्थी को गणपति बप्पा को किन चीजों का भोग लगाएं. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
संकष्टी पूजा के दौरान आप भगवान गणेश को मोदक का भी भोग लगा सकते हैं.

Ganesh puja and bhog : हिन्दू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व होता है. पंचांग के अनुसार, हर साल चैत्र के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है. मान्यतानुसार, इस दिन विघ्नहर्ता की विशेष पूजा अर्चना करने से घर परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं. साथ ही माना जाता है भगवान गणेश को उनका प्रिय भोग लगाने से रुके कार्य पूरे हो सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं संकष्टी चतुर्थी को गणपति बप्पा को किन 3 चीजों का भोग लगाएं...

क्या चेहरे पर कच्चा दूध लगाना चाहिए? स्किन एक्सपर्ट से जानें Raw Milk लगाना अच्छा होता है या बुरा

संकष्टी चतुर्थी पर गणपति बप्पा को क्या लगाएं भोग - Lord Ganesha Favourite Bhog

  • अगर आप गणपति बप्पा का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो फिर इस दिन आप उन्हें बेसन के लड्डू भोग लगाएं. माना जाता है बेसन के लड्डू का भोग लगाने से करियर में सफलता मिलती है और जीवन से सारे दुख दरिद्र दूर होते हैं.
  • संकष्टी पूजा के दौरान आप भगवान गणेश को मोदक का भी भोग लगा सकते हैं. यह मिठाई गणपति बप्पा को बहुत प्रिय है.
  • वहीं, आप भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर पूजा थाली में मोतीचूर के लड्डू शामिल करिए. मान्यता है ऐसा करने से वैवाहिक  जीवन में खुशियां आती हैं. यह भोग भी भगवान गणेश को बहुत प्रिय है. 

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी 2025 शुभ मुहूर्त - Bhalchandra Sankashti Chaturthi 2025 Shubh Muhurat

पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 17 मार्च को रात 07:33 मिनट से शुरू होगी और समापन 18 मार्च रात 10:09 मिनट पर होगा. उदयातिथि पड़ने के कारण 17 मार्च को भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा. 

Advertisement

गणेश मंत्र - Ganesha Mantra's

1- गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥

2- ॥ ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥

3- ॐ ऐं ह्वीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे

4- ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।'

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
PM Modi Podcast: भारत में इतनी तनावपूर्ण क्यों हैं Exams…PM मोदी ने दिया जवाब | Pariksha Pe Charcha