Pushkar kumbh mela 2025 : बद्रीनाथ धाम में 12 साल बाद लगेगा पुष्कर कुंभ मेला, यहां जानिए तारीख और महत्व

सरस्वती नदी को लेकर मान्यता है कि यहीं पर ही वेदव्यास जी ने महाभारत की रचना की थी. ऐसे में आइए जानते हैं इस साल किस तारीख से शुरु हो रहा है बद्रीनाथ का कुंभ मेला. 

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कहते हैं वेदव्यास जी ने यहां केशव प्रयाग में अपनी तपस्या के दौरान ही महाभारत की रचना की थी. 

Badrinath dham 2025 : सरस्वती नदी के उद्गम स्थल बद्रीनाथ धाम में 12 साल बाद पुष्कर कुंभ मेला आयोजित किया जा रहा है. इस मेले में दक्षिण भारत के सैकड़ों आचार्य भी शामिल होंगे. यह पवित्र मेला सरस्वती नदी का उद्गम माणा के किनारे लगेगा. आपको बता दें कि यह नदी महज 1 किलोमीटर के दायरे में बहती है. इस नदी को लेकर मान्यता है कि यहीं पर ही वेदव्यास जी ने महाभारत की रचना की थी. ऐसे में आइए जानते हैं इस साल किस तारीख से शुरु हो रहा है बद्रीनाथ का कुंभ मेला. 

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कब से शुरु हो रहा है बद्रीनाथ का पुष्कर कुंभ मेला 2025

पुष्कर कुंभ मेला 15 मई 2025 से 25 मई, 2025 तक चलेगा. आपको बता दें कि बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने इस आयोजन के लिए विशेष तैयारियां शुरु कर दी हैं. यहां के रास्तों को ठीक किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़ा. साथ ही यहां पर ऑनलाइन रूम की भी बुकिंग भी शुरु हो गई है.

पुष्कर कुंभ मेले के आयोजन में भारत के प्रमुख आचार्य, जैसे शंकराचार्य, रामानुजाचार्य और माधवाचार्य हर 12 साल में एकबार यहां आते हैं और आध्यात्मिक ज्ञान को बढ़ाने का काम करते हैं. यहां पर आकर वेदव्यास की तपस्थली पर पूजा अर्चना और ध्यान करते हैं. कहते हैं वेदव्यास जी ने यहां केशव प्रयाग में अपनी तपस्या के दौरान ही महाभारत की रचना की थी. 

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पुष्कर कुंभ मेला कब लगता है

बताते चलें कि गुरु ग्रह 14 मई 2025 की रात 11 बजकर 20 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, इसके अगले दिन से यानी 15 मई से पुष्कर कुंभ का मेला शुरू हो जाएगा. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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