पहली रोटी गाय को खिलाने से घर में बना रहती है सुख शांति और समृद्धि, घर का महौल रहता है सकारात्मक

Vastu tips related cow : मान्यता जाता है कि अगर आप हर दिन गाय को रोटी खिलाते हैं तो आप सभी कामों सफल होते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
Vastu tips for home : घर में आर्थिक तंगी रहती है तो आप सुबह बनने वाली पहली रोटी को अलग निकाल लीजिए.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
गाय को रोटी खिलाने से ग्रह दोष दूर होता है.
गाय को रोटी खिलाने से घर में सुख शांति आती है.
गाय को रोटी खिलाने से वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है.

Vastu tips for home : गाय को हिन्दू धर्म में माता का दर्जा दिया गया है. गाय की सेवा से पुण्य मिलता है, ऐसी मान्यता है. माना जाता है कि अगर आप हर दिन गाय को रोटी खिलाते हैं तो आपके सारे कार्य सफल होंगे. साथ ही जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है. ऐसी मान्यता है कि गाय में देवताओं का वास होता है, ऐसे में घर में बनने वाली पहली रोटी गाय को खिलाने से देवताओं को भोग लगाने का फल मिलता है. आइए आपको बताते हैं कि रोटी खिलाने के क्या नियम हैं.

 ग्रहों की शांति के लिए

अगर किसी की कुंडली में शनि या राहु-केतु जैसे ग्रहों का दोष हो तो घर में बनी पहली रोटी गाय को खिलाने के अलावा आखिरी रोटी कुत्तों को खिलाएं. माना जाता है कि कुत्ते को रोटी खिलाने से ग्रह शांत होते हैं और दोष का असर कम होता है.

पारिवारिक शांति के लिए

अगर लड़ाई-झगड़े और कलह बना रहता है तो पारिवारिक शांति के लिए आप हर दिन सुबह के समय पहली रोटी गाय को खिलाएं. इससे बार-बार हो रही लड़ाइयां खत्म होती है, ऐसा माना जाता है. गौ माता को भोग लगाने से घर में सुख-शांति आती है और देवता भी प्रसन्न रहते हैं.

Advertisement

धन लाभ के लिए

घर में आर्थिक तंगी रहती है तो आप घर में सुबह बनने वाली पहली रोटी को अलग निकाल लें. ज्योतिष के अनुसार इस रोटी के चार टुकड़े कर एक गाय को, दूसरा कुत्ते को, तीसरा कौए को और आखिर टुकड़ा चौराहे पर फेंक दें तो घर की आर्थिक समस्या से निजात पा सकते हैं, ऐसा माना जाता है.

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Bihar Elections | "Tejashwi Yadav CM फेस..." बिहार चुनाव से पहले Prashant Kishor का बड़ा बयान
Topics mentioned in this article