Muharram : आज है मोहर्रम, जानें तारीख, महत्व और इस पर्व का इतिहास

Muharram 2021 : मुहर्रम को शिया मुसलमानों के समुदाय द्वारा हज़रत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने और शोक करने के तौर पर मनाया जाता है, जो मुहर्रम की पहली रात के शोक से शुरू होते हैं और अगले 2 महीने और 8 दिनों तक मनाये जाते हैं.

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इस दिन मस्जिदों पर फजीलत और हजरत इमाम हुसैन की शहादत पर विशेष तकरीरें होती हैं.
नई दिल्‍ली:

Muharram 2021 Date : इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मोहर्रम का कहलाया जाता है. मुस्लिम समुदाय में ये महीना काफी पाक माना जाता है. वहीं इस महीने के 10वें दिन को आशुरा के तौर पर मनाया जाता है. बता दें, मुस्लिम समुदाय के लिए मोहर्रम का काफी महत्व है. इस साल मोहर्रम 19 अगस्त 2021 को मनाया जाएगा.

ये है महत्व

हज़रत इमाम हुसैन इस्लाम के पैंगम्बर मोहम्मद साहब के नवासे थे. उन्होंने इस्लाम और मानवता की रक्षा के लिए अपनी अपने परिवार और दोस्तों की कुर्बानी दे दी. इसी शहादत की याद में शिया मुसलमान ताजिया निकालते हैं. यह ताजिया उन शहीदों का प्रतीक माना जाता है.  इस ताजिया के साथ जुलूस निकालकर फिर उसे प्रतीकात्मक रूप से दफनाया जाता है. जैसे इमाम हुसैन का मकबरा इराक में आज भी है. इसीलिए दुनिया भर के मुसलान के लिए यह गम का महीना है.  मुहर्रम का 10वां दिन आशूरा का दिन और हुसैन के बहादुर बलिदान को याद करने का दिन है.

आशूरा का दिन मुसलमानों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस द‍िन यह बताया जाता है कि इस दिन मूसा और उसके अनुयायियों ने मिस्र के फिरौन पर विजय प्राप्त की थी.

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ऐसे मनाया जाता है ये दिन

मुहर्रम को शिया मुसलमानों के समुदाय द्वारा हज़रत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने और शोक करने का दिन माना गया है, जो मुहर्रम की पहली रात के शोक से शुरू होता है और अगले 2 महीने और 8 दिनों तक जारी रहता है.

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बता दें, मुहर्रम का दसवां दिन जो‍कि अंतिम दिन है, देश में अवकाश का होता है. इसलिए इस दिन सरकारी कार्यालय अकसर बंद ही रहते हैं. 

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