Masik Shivratri 2025: भगवान शिव को समर्पित दिनों में मासिक शिवरात्रि भी शामिल है. हर महीने पड़ने कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. हर महीने यह शिवरात्रि आती है इसीलिए इसे मासिक शिवरात्रि नाम दिया गया है. वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि आज 26 अप्रैल सुबह 8 बजकर 27 मिनट से शुरू होकर 27 अप्रैल सुबह 4 बजकर 49 मिनट तक रहेगी. ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत (Masik Shivratri Vrat) आज 26 अप्रैल, शनिवार के दिन रखा जा रहा है. मान्यतानुसार मासिक शिवरात्रि पर कुंवारी कन्याएं पूरे मनोभाव से व्रत रखती हैं तो महादेव प्रसन्न होकर उन्हें मनचाहे वर का वरदान देते हैं. यहां जानिए किस तरह आज मासिक शिवरात्रि पर भोलेनाथ की पूजा की जा सकती है और किन मंत्रों का जाप करने पर प्रभु प्रसन्न होकर मनचाहे वर का वरदान देते हैं.
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि | Masik Shivratri Puja Vidhi
मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान पश्चात भगवान शिव का ध्यान किया जाता है और व्रत का संकल्प लिया जाता है. इस दिन स्वच्छ कपड़े पहने जाते हैं और काले रंग के वस्त्र पहनने से भक्त खासा परहेज करते हैं. भगवान शिव (Lord Shiva) के मंदिर जा सकते हैं या घर पर भी पूजा संपन्न की जा सकती है. शिवरात्रि के मौके पर शिवलिंग पर दूध, जल, गंगाजल, शुद्ध घी, शहद और चीनी से अभिषेक किया जाता है. इसके अलावा शिवलिंग पर बेल, फूल, भांग और धतूरा अर्पित किया जाता है. शिव चालीसा और शिव मंत्रों का जाप किया जाता है, शिव आरती की जाती है और भोग लगाकर पूजा का समापन होता है.
मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को मालपुए, मौसमी फल, ठंडाई और लस्सी का भोग लगाया जा सकता है. ये चीजें भोलेनाथ की प्रिय मानी जाती हैं और इन्हें भोग में अर्पित करना बेहद शुभ होता है.
ॐ नमः शिवाय॥
ॐ नमो नीलकण्ठाय॥
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
ॐ सांब सदाशिव नमो नमः
ऊं पषुप्ताय नमः
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
शवे भक्ति:शिवे भक्ति:शिवे भक्तिर्भवे भवे। अन्यथा शरणं नास्ति त्वमेव शरणं मम्।।
- घर-परिवार में सुख-शांति बनाए रखने और संतान आपकी बात सुने इसके लिए भगवान शिव के समक्ष नारियल चढ़ाना शुभ माना जाता है.
- पढ़ाई-लिखाई से संबंधित दिक्कत हो तो मासिक शिवरात्रि पर शिव चालीसा का पाठ करना शुभ होता है.
- सफलता में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए भगवान शिव की प्रतिमा के समक्ष बैठकर उनके मंत्रों का जाप करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)