Mantra Jaap Mala: पूजा-पाठ और मंत्र का जाप करने से मन प्रसन्न, शांत और निर्मल रहता है, इसलिए लोग दौनिक जीवन में इसको स्थान देते हैं. रोजाना की पूजा में भगवान की पूजा (Worship Of God) के अलावा मंत्रों के जाप (Mantra Jaap Mala) का भी विशेष महत्व है. मंत्र जाप का पूरा फल मिले इसके लिए लोग विशेष प्रकार की माला का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा मंत्र जाप के लिए माला का इस्तेमाल इसलिए भी किया जाता है ताकि मंत्रों की संख्या में किसी प्रकार की त्रुटि ना रह जाए. आइए जानते हैं कि किन देवी-देवताओं के लिए किस माला का इस्तेमाल किया जाता है.
रुद्राक्ष की माला
शास्त्रों में रुद्राक्ष को भगवान शिव का अंश माना गया है. इसलिए भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल किया जाता है. महामृत्युंजय मंत्र, लघु मृत्युंजय और शिव पंचाक्षर मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला पर करने की सलाह दी जाती है.
स्फटिक और कमलगट्टे की माला
सफेद और पारदर्शी स्फटिक की माला एकाग्रता, मन की शांति और संपन्नता के लिए खास मानी जाती है. स्फटिक की माला पर मां सरस्वती, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश जी के मंत्रों का जाप किया जाता है. एकाग्रता और मन की शांति के लिए इस माला को धारण भी किया जाता है. वहीं कमलगट्टे की माला पर मां महालक्ष्मी के मंत्रों का जाप किया जाता है.
हल्दी की माला
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पीली हल्दी की माला पर बृहस्पति देव और मां बगलामुखी के मंत्रों का जाप किया जाता है. वहीं मां काली के मंत्रों का जाप करने के लिए काली हल्दी की माला का इस्तेमाल किया जाता है.
लाल और सफेद चंदन की माला
लाल और सफेद चंदन की माला को शुभ माना गया है. भगवान विष्णु और भगवान श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप करने के लिए इस माला का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप तुलसी की माला पर भी किया जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)