Lucky Vastu tips for 2023: दिसंबर का महीना कल से शुरू होने जा रहा है. इसके बाद नए साल 2023 की शुरुआत होगी. नए साल में हर किसी को नई उम्मीदें रहती हैं. फिर चाहें नौकरी-व्यापार या जीवन से जुड़े अन्य पहलू क्यों ना हो. हर कोई चाहता है कि आने वाला नया साल उसके लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आए. आने वाला नया साल आर्थिक, पारिवारिक और वैवाहिक जीवन के लिए भी शुभ रहे इसके लिए लोग अभी से घर के वास्तु का खास ख्याल रख रहे हैं. ऐसे में अपने घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाने और किस्मत के दरवाजे खोलने के लिए, नए साल से पहले अपने घर में कुछ चीजों को जगह दे सकते हैं. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार किन चीजों को लाने से किस्मत के दरवाजे खुल सकते हैं आइये जानते हैं.
धातु का कछुआ
कुछ लोग अपने घर में कछुआ रखते हैं, लेकिन ज्यादातर वो मिट्टी या लकड़ी जैसी चीजों से बना होता है. घर में खुशहाली और सुख-समृद्धि लाने के लिए आप घर में धातु से बने कछुए को जगह दिया जा सकता है. दरअसल कछुआ को वास्तु शास्त्र में सुख-समृद्धा का प्रतीक चिह्न माना गया है. नया साल 2023 शुरू होने से पहले आप पीतल, कांसे या चांदी से बने कछुए को अपने घर लाएं ये आपकी किस्मत के दरवाजे खोलने में मदद करेगा.
चांदी का हाथी
चांदी का हाथी भी आप नव वर्ष 2023 शुरू होने से पहले अपने घर में रख सकते हैं. लेकिन ये हाथी ठोस चांदी का होना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार इसका बेहद अच्छा प्रभाव घर पर होता है और राहु व केतु का बुरा प्रभाव समाप्त होने लगता है. इसको घर में रखने से व्यापार में बढ़ोत्तरी होती है और नौकरी में तरक्की होने लगती है. इसके साथ ही घर में शांति और सुख-समृद्धि बनी रहती है.
मोर पंख
मोर पंख को भी आप नया साल 2023 शुरू होने से पहले अपने घर में रख सकते हैं. मोरपंख को बेहद शुभ और चमत्कारिक माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार मोरपंख को घर में रखने से भाग्य के मार्ग में आने वाली सभी दिक्कतें दूर हो जाती है पर एक साथ कई सारे मोरपंख रखने की जगह एक से तीन मोरपंख ही घर में रखना चाहिए.
मोती शंख
मोती शंख को भी आप नए साल 2023 से पहले अपने घर में जगह दे सकते हैं. मोतीशंख को विधि-विधान के साथ पूजन करके तिजोरी या पैसे रखने वाली जगह पर रखने से घर में धन-सम्पदा का वास रहता है. इससे बिजनेस और नौकरी में तरक्की होती है और धन लाभ होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)