Krishna Janmashtami 2021: कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा की थाली में रखना न भूलें ये 5 वस्तुएं, प्रसन्न हो जाएंगे बालगोपाल

Happy Janmashtami 2021: कान्हा की पूजा के लिए थाली सजा रहे हैं तो उनकी कुछ प्रिय वस्तुएं पूजा थाली में जरूर शामिल करनी चाहिए. क्या हैं कान्हा की प्रिय 5 वस्तुएं, आइये जानते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
जन्माष्टमी की पूजा थाली : कृष्ण जन्माष्टमी पर कान्हा का अतिप्रिय दूध और दही दोनों से मिलकर बनता है पंचामृत.
नई दिल्‍ली:

Krishna Janmashtami 2021: जन्माष्टमी पूजन की तैयारी कर रहे हैं, तो पूजा की थाली सजाना बेहद जरूरी है. वैसे तो हर पूजा थाली में कई सारी वस्तुएं कॉमन होती है, लेकिन कान्हा की पूजा के लिए थाली सजा रहे हैं तो उनकी कुछ प्रिय वस्तुएं पूजा थाली में जरूर शामिल करनी चाहिए. क्या हैं कान्हा की प्रिय 5 वस्तुएं आइये जानते हैं. 

hki90fo8

माखन मिसरी

माखन मिसरी का भोग कान्हा को अतिप्रिय माना जाता है. पहले तो घर की महिलाएं खुद अपने हाथों से ताजा मक्खन निकाल कर बालगोपाल को भोग लगाती थीं. कई घरों में ये परंपरा अब भी कायम है. इस माखन के साथ थाली में थोड़ी सी मिसरी भी होगी तो सोने पर सुहागा.

पिसा धनिया

पिसा धनिया जन्माष्टमी पर बेहद अहम माना जाता है. इस दिन भगवान को पंजीरी का प्रसाद चढ़ाने का भी चलन है. कई स्थानों पर इस मौके पर पिसे धनिया की ही पंजीरी बना कर चढ़ाई जाती है. मान्यता है कि धनिया का प्रसाद धन-धान्य व सुख-समृद्धि में वृद्धि करता है.

पंचामृत

पंचामृत का भोग यूं तो अधिकांश पूजा और हवन में होता है, पर जन्माष्टमी के मौके पर इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. कान्हा का अतिप्रिय दूध और दही दोनों से मिलकर बनता है पंचामृत का भोग. इस में पांच अलग अलग तरह के मेवे और शहद मिलाया जाता है.

ogopu75g

वैजयंती के फूल

वैजयंती के फूल वैसे तो आसानी से अब हर जगह उपलब्ध नहीं होते, पर जन्माष्टमी के मौके पर अगर ये फूल मिल सकें तो कान्हा को जरूर अर्पित किए जाने चाहिए. कहते हैं ये पुष्प और इनकी खुशबू कान्हा को अतिप्रिय हैं.

चंदन का टीका

कृष्ण जन्म के बाद जब उन्हें टीका करना हो तो चंदन का टीका जरूर लगाएं. पीला वस्त्र हो तो उत्तम उस पर चंदन का टीका बहुत मनोरम लगेगा. इसे पूजा की थाली में शामिल करना न भूलें.

Advertisement

Featured Video Of The Day
Supreme Court on UP Madrasa: UP के मदरसों को बड़ी राहत, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ?