Astro Tips of Black Sesame : हमारे जीवन में अक्सर ऐसी परेशानियां आती हैं जिनका कोई स्पष्ट कारण नहीं दिखाई देता. आर्थिक संकट, शारीरिक कष्ट, पारिवारिक झगड़े, रिश्तों में तनाव, ये समस्याएं जीवन को और ज्यादा मुश्किल बना देती हैं. कई बार इन परेशानियों का कारण पितृ दोष हो सकता है. पितृ दोष तब लगता है जब किसी व्यक्ति ने पूर्वजों के प्रति कोई पवित्र कर्तव्य पूरा नहीं किया हो या किसी ने पूर्वजों की आत्मा को तृप्त करने के लिए उचित कर्म नहीं किए. पितृ दोष का असर कम करने के कई उपाय हैं, जिनमें काले तिल का इस्तेमाल खास माना गया है. इसलिए, पितृ पक्ष और अमावस्या जैसे अवसरों पर काले तिल का तर्पण करना आपको पितृ दोष से मुक्ति दिला सकता है.
काले तिल का महत्व और इसका इस्तेमाल
ज्योतिष शास्त्र में काले तिल को विशेष रूप से पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए असरदार माना गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, काले तिल का इस्तेमाल पितरों को तर्पण देने के दौरान किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि यह तिल यमराज को प्रिय होते हैं, जिससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होते हैं.
1. अमावस्या और पितृ पक्ष में तर्पण
पितृ पक्ष और अमावस्या के समय जब आप पितरों को तर्पण देने जाएं, तो जल में काले तिल मिलाना न भूलें. यह कर्म पितरों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, जिससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद परिवार पर बना रहता है. काले तिल का तर्पण करने से पितृ दोष का असर कम होता है और जीवन में खुशियां आती हैं.
2. इंदिरा एकादशी व्रत
ज्योतिष शास्त्र में इंदिरा एकादशी पितरों के लिए बहुत खास मानी जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ काले तिल अर्पित करें. ऐसा करने से भगवान विष्णु और पितरों दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यह व्रत पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए असरदार उपाय है.
3. ज्योतिषीय दृष्टिकोण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काले तिल का इस्तेमाल पितृ पक्ष के समय कुंडली के त्रिग्रही दोष को शांत करता है. खासकर, राहु, केतु और शनि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए काले तिल का तर्पण करना बहुत फायदेमंद होता है. यह ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को शांत करता है और जीवन में संतुलन स्थापित करता है.
4. अर्यमा की पूजा
अर्यमा को पितरों के देवता के रूप में पूजा जाता है. पितृ पक्ष के दौरान अर्यमा की पूजा करके काले तिल अर्पित करने से पितर और देवता दोनों प्रसन्न होते हैं. इससे वंश को उनके आशीर्वाद प्राप्त होते हैं और पितृ दोष का प्रभाव कम होता है.
5. पितृ दोष से छुटकारा के अन्य उपाय
इसके अलावा, पितृ दोष से मुक्ति के लिए नियमित रूप से अपने पूर्वजों का स्मरण करना और उनकी पूजा करना भी महत्वपूर्ण है. परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर पितृ तर्पण करना और पितृ दोष को खत्म करने के अन्य धार्मिक उपायों का पालन करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)