Jaya Ekadashi 2024: हर माह की एकादशी की तिथि को भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है. माघ माह के शुक्ल पक्ष को आने वाली एकादशी को जया एकादशी भी कहा जाता है. इस वर्ष 19 फरवरी जया एकादशी का व्रत (Jaya Ekadashi Vrat) रखा जाएगा. मान्यता है कि एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है और भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद मिलता है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) अत्यंत प्रसन्न रहते हैं और भक्तों पर तुरंत कृपा करते हैं. आइए जानते हैं जया एकादशी के दिन कौन से उपाय करने से भगवान विष्णु भक्तों का जीवन खुशियों से भर देते हैं.
कब है जया एकादशी
जया एकादशी का व्रत माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. पंचांग के अनुसार, माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 19 फरवरी को सुबह 8 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 20 फरवरी को सुबह 9 बजकर 55 मिनट तक है. जया एकादशी का व्रत 19 फरवरी को रखा जाएगा.
भगवान विष्णु पीपल के पेड़ में वास करते हैं. जया एकादशी के दिन मंदिर में लगे पीपल के पेड़ को जल चढ़ाना चाहिए और उसके नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए. पीपल की सेवा और पूजा से भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं.
जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए उनके प्रिय रंग के फल, फूल से उनकी पूजा करनी चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु को पीले रंग के वस्त्र, पीले फूल, पीले फूलों की माला और पीले रंग (Yellow Color) के फल व मिठाई चढ़ाएं. भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है और पीले रंग की चीजों से वे अत्यंत प्रसन्न होते हैं.
भगवान विष्णु को गायों से विशेष प्रेम है इसलिए जया एकादशी को गायों को चारा खिलाएं और जरूरतमंदो को दान दें. इन उपायों से भगवान विष्णु प्रसन्न हाकर भक्तों पर कृपा करते हैं.
जया एकादशी को प्रात: स्नान कर घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु के सामने रखकर उनका आह्वान करें. इस दिन भगवान विष्णु के साथ धन की देवी लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए. भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा से तरक्की के मार्ग खुलते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)