Janmashtami 2025 : इस साल कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानिए यहां सही तिथि और मुहूर्त

हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का विशेष महत्व है. इससे आपके सारे पाप धुल जाते हैं और जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है.

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जन्माष्टमी पूजन का निशिता मुहूर्त 16 अगस्त को सुबह 12 बजकर 9 मिनट से सुबह 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा.

Janmashtami 2025 : हर साल भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है.पौराणिक कथाओं के अनुसार इस तिथि पर ही भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था. यही कारण है इस दिन लड्डू गोपाल की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है उनकी प्रिय माखन का भोग लगाया जाता है. इस अवसर जगह-जगह पर दही हांडी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है. जिसमें भक्त बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इस साल कब मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी और पूजा का मुहूर्त क्या होगा.

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कृष्ण जन्माष्टमी कब है - when is krishna janmashtami

हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद की कृष्ण जन्माष्टमी 15 अगस्त 2025 को रात 11 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी और 16 अगस्त को रात 9 बजकर 34 मिनट पर समाप्त. ऐसे में इस साल जन्माष्टमी 15 और 16 दोनों दिन रहेगी. ऐसे में जो 14 को जन्माष्टमी का व्रत रखेंगे वो 16 अगस्त को पारण करेंगे जबकि 16 को रखने वाले 17 को पारण करेंगे. 

जन्माष्टमी पूजन का निशिता मुहूर्त 16 अगस्त को सुबह 12 बजकर 9 मिनट से सुबह 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा. ऐसे में पूजा की कुल अवधि 44 मिनट है. इस दिन मध्य रात्रि का क्षण 16 अगस्त को सुबह 12 बजकर 31 मिनट है. वहीं, 17 अगस्त को निशिता पूजा का समय रात 12 बजकर 4 मिनट से सुबह 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. यानी पूजा की कुल अवधि 43 मिनट रहेगी. इस दौरान आप पूजा करके भगवान कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.

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जन्माष्टमी महत्व - हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का विशेष महत्व है. मान्यता है इससे आपके सारे पाप धुल जाते हैं और जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है. साथ ही आपकी सारी दुख-परेशानियां भी भगवान कृष्ण हर लेते हैं. 

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व्रत न कर पाएं तो क्या करें

अगर आप इस दिन व्रत न कर पाएं तो किसी भी ब्राह्मण या जरुरतमंद इंसान को भरपेट भोजन करवाएं. अगर आप भोजन भी न करा पाएं तो जरुरतमंद को इतना पैसा दें कि वो 2 समय भरपेट भोजन कर सके. इतना भी न कर पाएं तो गायत्री मंत्र का 1000 बार जाप करें.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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