Premanand ji maharaj satsang : पति-पत्नी का रिश्ता सबसे खूबसूरत होता है. यह प्यार और विश्वास पर टिका होता है. ऐसे में विश्वास की डोर जरा सी डगमगा जाती है, तो फिर खटास पैदा हो जाती है. इसका परिणाम यह होता है कि रिश्ते में धीरे-धीरे दूरियां आने लगती हैं. हाल ही में पति द्वारा विश्वासघात को लेकर वृंदावन केलि कुंज के सत्संग में एक भक्त ने प्रेमानंद जी महाराज से सवाल किया जिसके जवाब में प्रेमानंद जी ने जो कहा वो हर दंपति को जानना चाहिए...
बार-बार करे विश्वासघात तो त्याग दें
प्रेमानंद जी ने कहा अगर आपके पति से गलती हुई है तो फिर आपसे भी कुछ गलतियां हुई होंगी. एक दूसरे से लड़ने की बजाय आपको एक दूसरे को समझना चाहिए. समस्या का हल निकालना चाहिए. गलतियों को दूर करने के लिए आप लोग एक दूसरे के प्रति प्यार को बढ़ाइए. किसी तरह का संशय मत रखिए. इतना प्रेम करो की सारी गलतियां ढक जाएं.
साथ ही उन्होंने ये भा कहा कि अगर एक दूसरे की कमियां निकालते रहोगे तो जीवन कष्ट से गुजरेगा. हां लेकिन पति बार-बार विश्वास घात कर रहा है तो फिर आपको उसे त्याग देना चाहिए. यही सही है.
एक दूसरे की गलती को भूलकर आगे बढ़ें
लेकिन अगर पति या पत्नी पुरानी गलतियों से सीख लेकर सुधरना चाह रहे हैं, तो दोनों को एक दूसरे का साथ देना चाहिए और पुरानी बातों को भूलकर आगे बढ़ना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)