राजस्थान के नाथद्वारा मंदिर के देवता के नाम पर रखा गया इस पुस्तक का नाम

यह किताब दिवंगत गोकल लाल मेहता के लघु नाथद्वारा चित्रों के पारिवारिक संग्रह का एक राजसी दृश्य संकलन है. पुस्तक प्रसिद्ध विद्वान अमित अंबाला द्वारा लिखित है. इसे मैपिन द्वारा प्रकाशित किया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
श्रीनाथजी का श्रृंगार: 60 लघु नाथद्वारा चित्रों को पुस्तक में किया गया सूचीबद्ध
नई दिल्ली:

एक सीमित-संस्करण पुस्तक 'श्रीनाथजी का श्रृंगार' सदियों पुरानी पुष्टिमार्ग परंपरा के 60 पूर्व अप्रकाशित लघु चित्रों को सूचीबद्ध करती है. यह किताब दिवंगत गोकल लाल मेहता के लघु नाथद्वारा चित्रों के पारिवारिक संग्रह का एक राजसी दृश्य संकलन है. पुस्तक प्रसिद्ध विद्वान अमित अंबाला द्वारा लिखित है. इसे मैपिन द्वारा प्रकाशित किया गया है.

Solar & Lunar Eclipse In 2022: 30 अप्रैल को लगेगा पहला ग्रहण, पढ़ें सूतक काल से जुड़ी मान्यताएं

दिवंगत गोकल लाल मेहता के सबसे बड़े पोते विचारक वी गोयल ने कहा, बड़े होने के दौरान, मैंने अक्सर अपने दादाजी को यह कहते सुना था कि कैसे इन चित्रों के पारिवारिक संग्रह को सभी के देखने के लिए एक पुस्तक में प्रकाशित किया जाए. ये रचनाएं उन्हें बहुत प्रिय थीं. मौका तब आया, जब मैं रात के भोजन के समय पर मैपिन के बिपिन शाह के पास गया और हम बात करने लगे.

Mahashivratri 2022: साल 2022 में कब है महाशिवरात्रि, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

उन्होंने कहा, कई मायनों में पुस्तक भारत की पारंपरिक कलाओं को एक समकालीन नजरिया प्रदान करने का प्रयास है. कलाकृतियां नाथद्वारा स्कूल की हैं, जिसका नाम राजस्थान के नाथद्वारा मंदिर में देवता के नाम पर रखा गया है.

Featured Video Of The Day
Tahawwur Rana Breaking News: भारत लाए गए तहव्वुर राणा की पहली तस्वीर आई सामने