पुरी के जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को 12वीं सदी के मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि रत्न भंडार (कोषागार) के आंतरिक कक्ष से कीमती सामान को अस्थायी 'स्ट्रांग रूम' में स्थानांतरित किया जाएगा, एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. मंदिर के तहखाने में स्थित रत्न भंडार में एक बाहरी और एक आंतरिक कक्ष है.
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के प्रमुख अरबिंद पाधी ने बुधवार को कहा, 'बृहस्पतिवार को रत्न भंडार के आंतरिक कक्ष को फिर से खोलने की व्यवस्था की जा रही है, इसलिए हमने मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे के बाद किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.'
उन्होंने कहा कि केवल अधिकृत व्यक्तियों और सेवकों को ही सुबह आठ बजे के बाद मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी और बृहस्पतिवार को मंदिर का केवल सिंह द्वार खुला रहेगा.
पाधी ने कहा कि वर्षों से भक्तों द्वारा भगवान को दान की गई बहुमूल्य वस्तुओं को मंदिर परिसर के अंदर अस्थायी 'स्ट्रांग रूम' में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.