धनतेरस और भौम प्रदोष व्रत का महासंयोग कर्ज से दिलाता है मुक्ति, काशी विद्वत परिषद के महामंत्री ने कही यह बात

Dhanteras 2024: आज धनतेरस और भौम प्रदोष व्रत का एक दिन पड़ना अत्यधिक महत्व रखता है. जानिए श्री काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री के अनुसार इस दिन किस तरह पूजा करने पर कर्ज से मुक्ति मिलती है.

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Bhaum Pradosh Vrat 2024: कई वर्षों में एक बार बनता है भौम प्रदोष व्रत और धनतेरस का महासंयोग. 

Dhanteras Shubh Muhurt: पंचांग के अनुसार, आज 29 अक्टबूर के दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस मनाया जा रहा है. आज कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रदोष व्रत भी है. प्रदोष व्रत मंगलवार के दिन पड़ने के चलते इस भौम प्रदोष व्रत (Bhaum Pradosh Vrat) कहा जाता है. ऐसे में धनतेरस और भौम प्रदोष व्रत का महासंयोग बन रहा है. श्री काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी के अनुसार यह दिन अत्यधिक शुभ है और इस शुभ संयोग पर पूजा करने से कर्ज से छुटकारा मिल सकता है. यहां जानिए इस महासंयोग पर किस तरह पूजा की जा सकती है संपन्न. 

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धनतेरस और भौम प्रदोष व्रत की पूजा 

धनतेरस पर मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है. माना जाता है कि धनतेरस पर खरीदारी करने और पूजा करने से घर-परिवार पर आर्थिक संकट नहीं आता और घर धन-धान्य से संपन्न रहता है. वहीं, मान्यतानुसार प्रदोष व्रत पर भगवान शिव का पूजन करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और रोग मुक्ति का वरदान मिलता है. धनतेरस और प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में की जाती है जो इस महासंयोग को और अधिक महत्वपूर्ण बनाता है. 

काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी का कहना है कि आज भौम प्रदोष है. भौम प्रदोष की धन त्रयोदशी (Dhan Trayodashi) के दिन पूजन करने से ऋण से मुक्ति मिलती है. अगर किसी के ऊपर किसी तरह का कर्जा या ऋण है तो आज के दिन पूजन करने पर उसे इस ऋण से छुटकारा मिल सकता है. भौम प्रदोष व्रत और धनतेरस का संयोग कई वर्षों बाद बना है कि प्रदोष व्रत पर मंगलवार के दिन धन त्रयोदशी का पर्व आया है. 

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पंडित जी आगे बाते हैं कि आज धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी (Ma Lakshmi) का पूजन करने से, मां अन्नपूर्णेश्वरी का पूजन करने से और धन्वंतरि भगवान का पूजन करने से, क्योंकि आज धन्वंतरि जंयती भी है, स्वास्थ्य उत्तम रहता है, आरोग्य रहता है और महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. धनतेरस और भौम प्रदोष के इस महासंयोग पर किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान करने पर ऋण से मुक्ति मिलने के साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है. शाम के समय घर में धन्वंतरि भगवान के नाम से दीपक जलाएं, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश के सामने दीपक जलाएं और उनका पूजन-अर्चन करें. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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