Budhaditya Yoga: सूर्य और बुध की जब युति होती है तो एक बहुत ही शुभ योग बनता है. इस योग को कहते हैं बुधादित्य योग. ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार यह योग तब बनता है जब सूर्य और बुध एक साथ एक राशि में आ जाते हैं. युति का अर्थ भी यही होता है. किसी भी 2 ग्रहों का एक ही समय में एक राशि में आना युति कहलाता है. इस बार बुध और सूर्य (Surya) की युति से अद्भुत योग बन रहा है जो कई राशियों (Zodiac Signs) के लिए शुभ समाचार लेकर आने वाला माना जा रहा है. सूर्य हमेशा मान सम्मान और यश देने वाला ग्रह माना गया है जबकि बुध ग्रह वाणी को धनी बनाता है. इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि वाणी और यश के संगम से कई राशियों को फायदा हो सकता है.
कब है बुधादित्य योग | When is Budhaditya Yoga
ज्योतिष अनुसार यह योग आने वाली 02 जुलाई से शुरू होगा. 15 जून को सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. लेकिन, युति तब बनेगी जब बुध का प्रवेश होगा. बुध का प्रवेश मिथुन राशि में 02 जुलाई को होगा. उसके बाद दोनों ग्रह 16 जुलाई तक मिथुन राशि में रहेंगे. इसके बाद सूर्य ग्रह कर्क राशि में जाएंगे जिसकी वजह से ये योग खत्म हो जाएगा. माना जा रहा है कि इन 15 दिनों में कई राशियों को लाभ हो सकता है. खासतौर से करियर को नई दिशा और चमक मिलने की उम्मीद है.
मेष राशि वालों के लिए ये योग कई अच्छे प्रस्ताव लेकर आ सकता है. माना जा रहा है कि यह समय मेष राशि वालों के लिए जॉब बदलने के लिए उत्तम हो सकता है जिसमें वो कई प्रभावशाली लोगों से भी मुलाकात कर सकते हैं.
इसी राशि में युति बन रही है जिसका लाभ मिथुन राशि के लोगों को जरूर मिल सकता है. माना जा रहा है कि इस योग से मिथुन राशि वालों का दिमाग तेजी से काम करेगा. जो लोग अपना बिजनेस करते हैं उन्हें भी बहुत फायदा होगा.
सिंह राशि (Leo) के जातक अगर इस दौरान किसी निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो यह उनके लिए सबसे सही समय हो सकता है. पुराने निवेशों से भी उन्हें अच्छा धन लाभ हो सकता है. ज्योतिष के अनुसार बिजनेस करते हैं तो इस योग में ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने की उम्मीद रख सकते हैं.
इस राशि पर भी इस योग का असर साफ दिखाई दे सकता है. नौकरी और बिजनेस दोनों के लिए कन्या राशि (Virgo) का समय बेहतर होने की संभावना है. माना जा रहा है कि अपने वर्कप्लेस पर भी वो अधिकारियों और सहयोगियों से अच्छा रिस्पॉन्स हासिल कर सकेंगे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)