Brahma Muhurta: ज्योतिष शास्त्र में विस्तार से दिन के हर पहर के महत्व के बारे में बताया गया है. कुछ समय बहुत शुभ और महत्वपूर्ण होते हैं. ब्रह्म मुहूर्त (Brahma muhurta ) ऐसा ही एक समय है. सूर्य उदय होने के पहले लगभग डेढ़ घंटे के समय को ब्रह्म मुहूर्त माना जाता है. इस समय का बहुत महत्व है. इसे बहुत पवित्र और शुभ काल माना जाता है. सवाल है कि इस समय घर की सफाई यानी झाड़ू लगाना (Brooming) चाहिए या नहीं. आइए जानते हैं ब्रह्म मुहूर्त का क्या महत्व है और इस समय सफाई करना सही है या नहीं (Brooming in Brahma muhurta Right or Wrong ).
शुभ और आध्यात्मिक
सूर्य देव के उदय होने के पहले के समय जब अंधेरा पीछे हटने लगता है और प्रकाश की आहट होने लगती है ब्रह्म मुहूर्त का काल होता है. इस समय में वातावरण की ऊर्जा बहुत शुद्ध, पवित्र और शांत होती है.
न लगाएं झाड़ू
बह्म मुहूर्त में झाड़ू लगाना शुभ नहीं माना जाता है. ज्योतिष शासत्र की मानें तो यह समय इससे बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण कार्यों जैसे ध्यान लगाने, प्रभु का स्मरण करने के लिए होता है.
सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश
इस समय वातावरध की सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है. ऐसे समय में झाड़ू लगाने से इसका उलटा प्रभाव हो सकता है और सकारात्मक ऊर्जा का घर में प्रवेश बाधित हो सकता है.
झाड़ू का उपयोग सही नहीं
इतने पवित्र और शुद्ध काल में झाड़ू का उपयोग सही नहीं माना जाता है. इसके दुष्प्रभाव से घर की ऊर्जा नकारात्मक हो सकती है.
माता लक्ष्मी का आगमन
ब्रह्म मुहूर्त ही वह काल होता है जब माता लक्ष्मी का घर में आगमन होत है. ऐसे में अगर आप झाड़ू लगाएंगे तो माता लक्ष्मी उलटे पैर लौट भी सकती हैं. अगर झाड़ू लगाना बहुत जरूरी हो तो ध्यान रखें कि कचरे को घर से बाहर न निकालें. उसे बाद में बाहर निकालना ही सही होगा.