भाद्रपद माह आज से हो रहा है शुरू, इस महीने पड़ेंगे कौन-कौनसे व्रत त्योहार यहां देखिए लिस्ट

Bhadrapad Vrat Tyohar: सावन खत्म होने के बाद भाद्रपद का महीना शुरू हो रहा है. इस महीने में जन्माष्टमी, कजरी तीज और बलराम जयंती से लेकर ललिता सप्तमी जैसे व्रत-त्योहार आने वाले हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
Festivals And Vrat In Bhadrapad: भाद्रपद माह में कई खास त्योहार पड़ने वाले हैं. 

Festivals List: हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद का महीना छठा महीना होता है. यह महीना सावन के बाद आता है. इस साल सावन का महीना 19 अगस्त के दिन खत्म हो रहा है और 20 अगस्त से भाद्रपद का महीना (Bhadrapad Month) शुरू होने जा रहा है और 18 सितंबर को भाद्रपद खत्म हो जाएगा. इसे भादो का महीना भी कहते हैं. भाद्रपद महीने में भगवान शिव के साथ ही भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा का विधान होता है. साथ ही गणपति बप्पा की भी इस माह में विशेष पूजा की जाती है. जानिए भाद्रपद में जन्माष्टमी (Janmashtami) से लेकर अजा एकादशी और भानु सप्तमी जैसे व्रत त्योहार कब रखे जाएंगे. 

लड्‌डू गोपाल को नमकीन और बिस्कुट का भोग लगाना चाहिए या नहीं, भक्तों को जरूर जान लेना चाहिए यह नियम

भाद्रपद महीने के व्रत त्योहार | Bhadrapad Month Vrat Tyohar 

22 अगस्त, गुरुवार - कजरी तीज 
24 अगस्त, शनिवार - बलराम जयंती 
25 अगस्त, रविवार - भानू सप्तमी 
26 अगस्त, सोमवार - कृष्ण जन्माष्टमी 
27 अगस्त, मंगलवार - दही हांडी 
29 अगस्त, गुरुवार  - अजा एकादशी 
31 अगस्त, शनिवार  - प्रदोष व्रत 
2 सितंबर, सोमवार - भाद्रपद अमावस्या 
6 सितंबर, शुक्रवार - हरतालिका तीज, वराह जयंती 
7 सितंबर, शनिवार - गणेश चतुर्थी 
8 सितंबर, रविवार - ऋषि पंचमी 
10 सितंबर, मंगलवार - ललिता सप्तमी 
11 सितंबर, बुधवार - राधा अष्टमी, महालक्षमी व्रत की शुरूआत 
14 सितंबर. शनिवार  - परिवर्तिनी एकादशी 
15 सितंबर, रविवार - प्रदोष व्रत, वामन जंयती 
16 सितंबर, सोमवार - विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति 
17 सितंबर, मंगलवार पूर्णिमा श्राद्ध, गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी 
18 सितंबर, बुधवार - पितृ पक्ष प्रारंभ, आंशिक चंद्र ग्रहण 

माना जाता है कि भाद्रपद महीने में पूरे मनोभाव से पूजा-पाठ किया जाए तो जीवन में खुशहाली आती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है. इसके साथ ही इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है. भाद्रपद माह में मांस-मदिरा के सेवन से परहेज करने की सलाह दी जाती है. इस महीने में गरीबों और जरूरमंदों को दान देने का भी विशेष महत्व होता है. 

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
RSS Chief Mohan Bhagwat और BJP के अलग-अलग बयानों की पीछे की Politics क्या है?
Topics mentioned in this article