श्रद्धालुओं के लिए खोले गए बद्रीनाथ धाम के कपाट, फूलों और जयकारों से गूंज उठा परिसर

Badrinath Dham: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरूआत हो चुकी है. श्रद्धालुओं के लिए आज सुबह धूमधाम से खोले गए बद्रीनाथ के कपाट. 

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
Badrinath Dham Yatra: बद्रीनाथ धाम के द्वार आज खोल दिए गए हैं.  

Badrinath Dham: सप्ताह की शुरूआत में ही केदारनाथ धाम के द्वार खोले गए थे और अब श्रद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए हैं. बद्रीनाथ में भी पिछले कुछ दिनों से भारी बर्फबारी हो रही है. इस बीच बद्रीनाथ धाम को खोला गया है. 22 अप्रैल से ही उत्तराखंड (Uttarakhand) में चारधाम यात्रा की शुरूआत हो चुकी है. इस खास मौके पर हर साल की तरह ही प्रधानमंत्री के नाम से पूजा और आरती की गई. इस मौके पर बद्रीनाथ मंदिर को 15 टन से अधिक गेंदे के फूलों से सुसज्जित किया गया है. 

US के इस राज्य में अब दीवाली पर हुआ करेगी छुट्टी, Diwali को घोषित किया गया है ऑफिशियल हॉलिडे

मंदिर के कपाट खुलने से पहले से ही बद्रीनाथ धाम में तेज बर्फबारी हो रही थी. कपाट खुलने के साथ ही भक्तों ने जय बद्री विशाल के नारे लगाना शुरू कर दिए. सेना के बैंड द्वारा भी इस मौके पर धार्मिक गीतों की धुनें बजाई गईं. धाम खुलने के साथ ही आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी को नृसिंह मंदिर से पांडुकेश्वर रवाना किया गया.  

Advertisement

बर्फबारी के बीच मौसम विभाग ने केदारनाथ की यात्रा के दौरान ही चेतावनी जारी कर दी थी. इसके साथ ही, जिला प्रशासन द्वारा भी लोगों को हिमस्खलन और बर्फबारी से बचने के लिए चेताया गया है. 

Advertisement
Advertisement

भक्त बड़ी संख्या में बाबा बद्री के दर्शन के लिए पहुंचे. बद्री विशाल (Badri Vishal) के कपाट खुलते हुए देखने के लिए लोगों में उल्लास और उत्साह का माहौल था. बद्रीनाथ धाम में इस समय कड़ाके की ठंड है. शीतकाल के लिए हर साल विजयादशमी पर बद्रीनाथ के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. बद्रीनाथ मंदिर के कपाट बंद करने से पहले बाबा बद्रीनाथ का श्रृंगार किया जाता है और माता लक्ष्मी को सखी के तौर पर सजाकर बद्री विशाल के साथ गर्भ गृह में स्थापित करते हैं. 

Advertisement

बद्रीनाथ मंदिर में सजावट का काम शुरू, दर्शन के लिए आज खुलेंगे कपाट

Featured Video Of The Day
Murshidabad Violence: Bengal में Waqf Law के खिलाफ हो रही हिंसा का हिंदू क्यों बन रहे निशाना?
Topics mentioned in this article