पुणे के दगडूशेठ गणपति पंडाल में 31,000 महिलाओं ने किया 'अथर्वशीर्ष' का जाप

Ganesh mantra chant : श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट के अनुसार, यह उनके गणेश उत्सव समारोह में अथर्वशीर्ष के वार्षिक पाठ का 36वां साल है. 

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घरेलू गणेश मूर्तियां (Ganesh Idol) ज्यादातर सोमवार की रात या मंगलवार की सुबह 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों के साथ लाई गईं.

Atharvashirsha jaap : दस दिवसीय गणेशोत्सव (Ganesh Utsav 2023) के दूसरे दिन बुधवार सुबह महाराष्ट्र के पुणे में प्रसिद्ध दगडूशेठ गणपति पंडाल में 31,000 से अधिक महिलाओं ने 'अथर्वशीर्ष' का जाप किया. यह जाप ज्ञान, बुद्धि और सौभाग्य के देवता भगवान गणेश को समर्पित है. श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट के अनुसार, यह उनके गणेश उत्सव समारोह में अथर्वशीर्ष के वार्षिक पाठ का 36वां साल है. 

आपको बता दें कि पारंपरिक पोशाक पहने 31,000 महिलाओं ने लोकप्रिय दगडूशेठ गणपति पंडाल के सामने यह भजन गाया. इस साल पंडाल की सजावट की थीम अयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर की प्रतिकृति है. 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को 10 दिवसीय उत्सव के पहले दिन इस पंडाल में विशेष पूजा अर्चना की. राज्य में त्योहार का सार्वजनिक उत्सव 1890 के दशक से शुरू हुआ जब राष्ट्रवादी नेता बाल गंगाधर तिलक और अन्य लोगों ने जनता को संगठित करने के लिए यह फैसला किया.

पिछले कुछ दिनों में मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों में गणेश मंडल बड़ी मूर्तियों को ढोल-नगाड़े की थाप के साथ अपने पंडालों में ले गए. घरेलू गणेश मूर्तियां ज्यादातर सोमवार की रात या मंगलवार की सुबह 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों के साथ लाई गईं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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