दिल्ली में यमुना के बढ़े जलस्तर से बिगड़े हालात, कई इलाकों में घुसा पानी
- यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे कई इलाकों में पानी भर गया है
- दिल्ली सचिवालय, आईएसबीटी बस अड्डा और निगमबोध घाट समेत कई महत्वपूर्ण जगहों तक यमुना का पानी पहुंच चुका है
- सिविल लाइंस जैसे वीवीआईपी इलाकों में भी यमुना के बढ़े जलस्तर के कारण पानी घुस गया है, जिससे दिक्कतें बढ़ीं
दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसका असर यमुना के पास बने इलाकों में देखने को मिल रहा है. गुरुवार को यमुना नदी का पानी दिल्ली सचिवालय और आईएसबीटी बस अड्डे तक पहुंच गया. यमुना के बढ़ते जलस्तर की वजह से प्रशासन पहले से ही अलर्ट पर है. यमुना के तराई वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को पहले ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है. अलग-अलग इलाकों में यमुना के पानी के घुसने का वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने भी एक ऐसा ही वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि यमुना का पानी किस तरह से आसपास के इलाकों में भर चुका है. किस तरह से यमुना नदी का पानी पास के इलाकों में घुस गया है. यमुना के बढ़े जलस्तर की वजह से निगमबोध घाट डूब चुका है. साथ ही पानी दिल्ली सचिवालय तक भी पहुंच गया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि नदी के बढ़े जलस्तर की वजह से आसपास के इलाकों में पानी घुस गया है.
सिविल लाइंस में भी घुसा पानी
दिल्ली का सिविल लाइंस इलाका वीवीआईपी इलाका माना जाता है. इस इलाके में तमाम नेताओं और आला अधिकारियों की रिहायश है. यमुना के बढ़े जलस्तर की वजह से अब इन इलाकों में भी पानी घुस गया है. इस इलाके में दिल्ली के कई कैबिनेट मंत्रियों का भी कार्यालय है.
निगमबोध घाट भी डूबा
दिल्ली के सबसे पुराने श्मशान घाट निगमबोध घाट में यमुना का पानी घुसने से लोगों को बहुत दिक्कत हो रही है. क्योंकि पानी की वजह से वहां दाह संस्कार अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को दोपहर में शवदाह गृह में दाह संस्कार रोक दिया गया था. केवल सुबह शुरू हुई अंत्येष्टि ही पूरी कराई गईं.
इन श्मशान घाटों में भी भरा पानी
वजीराबाद और गीता कॉलोनी के श्मशान घाट में भी पानी भर गया है.लोगों से पंजाबी बाग श्मशान घाट जाने को कहा जा रहा है. यमुना नदी के उफान की वजह से अक्षर धाम और मयूर विहार इलाके में भी पानी घुस गया है. बता दें कि निगमबोध घाट पर 1950 के दशक में एक विद्युत शवदाह गृह बनाया गया था. साल 2006 में नगर निगम ने यहां सीएनजी से चलने वाला एक शवदाह गृह भी बना दिया. बाढ़ के पानी की वजह से यहां पर सभी व्यवस्थाएं ठप हो गई हैं. बता दें कि दिल्ली में यमुना नदी मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गई, क्योंकि जल स्तर 206.03 मीटर दर्ज किया गया था, जो तब से बढ़ता ही जा रहा है.
सड़कें बनी तलाब
यमुना का पानी मजनू का टीला में घुस गया है. इस इलाके में सड़के अब तालाब बन चुकी हैं. ऐसा लग रहा है कि जैसे सड़कों पर कोई सैलाब आया हो. कई जगहों पर तो दो से तीन फीट पानी भर गया है. इन इलाकों से कई लोग पहले ही अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं.