तेज हवाओं से दिल्ली की वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार, प्रदूषण में पराली का योगदान ज्यादा

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने कहा कि दिन में दिल्ली में 18-20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के कारण हवा की गुणवत्ता और दृश्यता में सुधार हुआ.

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दिल्ली में 18-20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के कारण हवा की गुणवत्ता और दृश्यता में सुधार हुआ.
नई दिल्ली:

दिल्ली में शनिवार को तेज हवाओं के कारण वायु प्रदूषण कुछ कम हुआ. हालांकि, पंजाब में पराली जलाए जाने के कारण हवा की गुणवत्ता अब तक बेहतर नहीं हो पाई है. दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शनिवार को 303 रहा, जो शुक्रवार के 346 से बेहतर है. गुरुवार को औसत सूचकांक 295 था.

उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा', 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक', 101 और 200 के बीच ‘मध्यम', 201 और 300 के बीच ‘खराब', 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब' तथा 401 और 500 के बीच ‘गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने कहा कि दिन में दिल्ली में 18-20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के कारण हवा की गुणवत्ता और दृश्यता में सुधार हुआ. केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में चरणबद्ध कार्रवाई कार्यबल (जीआरएपी) के चरण तीन (गंभीर) के तहत प्रतिबंध जारी रहेगा क्योंकि इस क्षेत्र में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है.

जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और तोड़फोड़ कार्य प्रतिबंधित हैं. ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर को भी संचालित करने की अनुमति नहीं है.

आयोग ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी हवा का प्रवाह राजधानी की वायु गुणवत्ता पर पराली के प्रभाव में वृद्धि के लिए अनुकूल है. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं शुक्रवार को 3,916 से कम होकर शनिवार को 2,467 पर पहुंच गई.

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर' के अनुसार, दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली के प्रदूषण की हिस्सेदारी शुक्रवार को 19 प्रतिशत से घटकर शनिवार को 17 प्रतिशत हो गई. हालांकि, भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के निर्णय समर्थन प्रणाली के आंकड़ों से पता चला है कि शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में ‘‘जैव ईंधन'' जलाने का सबसे बड़ा योगदान रहा.

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दिल्ली में वायु प्रदूषण में सुधार के साथ, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग सीएक्यूएम ने रविवार को अधिकारियों को जीआरएपी के चरण चार के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने का निर्देश दिया था. प्रतिबंधों की सिफारिश वाला सीएक्यूएम का आदेश बृहस्पतिवार को जारी किया गया था.

दिल्ली सरकार ने पिछले सप्ताह प्राथमिक स्कूलों को भी बंद कर दिया था और अपने 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश दिया था. हालांकि, वायु गुणवत्ता में सुधार के बाद निर्देशों को रद्द कर दिया गया था.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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