स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद को जांच के सिलसिले में उसके संस्थान ले जाया गया

अधिकारी ने कहा, ‘‘उसे उसके कार्यालय ले जाया गया और परिसर तथा छात्रावास में लगे सीसीटीवी के बारे में पूछा गया. छात्रावास के बाथरूम के बाहर भी सीसीटीवी थे, जिनके फुटेज सीधे उसके बरामद मोबाइल फोन में से एक पर देखे जा सकते थे.’’

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(फाइल फोटो)
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  • 62 वर्षीय चैतन्यानंद सरस्वती को 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया है
  • सरस्वती को उसके निजी प्रबंधन संस्थान में लेकर जांच के लिए परिसर और छात्रावास के सीसीटीवी फुटेज देखे गए
  • आरोपी से उसकी तीन महिला सहयोगियों के सामने पूछताछ की जाएगी जो संस्थान में विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं
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नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी के एक निजी प्रबंधन संस्थान में 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद सरस्वती को सोमवार को जांच के सिलसिले में उसके संस्थान ले जाया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. सरस्वती को रविवार को आगरा के एक होटल से गिरफ्तार किया गया था.

एक अधिकारी ने बताया कि 62 वर्षीय सरस्वती को उसके संस्थान में लाया गया जिसका वह पहले अध्यक्ष था. अधिकारी ने कहा, ‘‘उसे उसके कार्यालय ले जाया गया और परिसर तथा छात्रावास में लगे सीसीटीवी के बारे में पूछा गया. छात्रावास के बाथरूम के बाहर भी सीसीटीवी थे, जिनके फुटेज सीधे उसके बरामद मोबाइल फोन में से एक पर देखे जा सकते थे.''

सरस्वती को रविवार को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. संभवतः उससे उसकी तीन महिला सहयोगियों के सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी, जो ‘एआईसीटीई' अनुमोदित शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट में विभिन्न पदों पर काम कर रही हैं.

महिला सहयोगियों पर छात्राओं को धमकी देने और सरस्वती द्वारा छात्राओं को भेजे गए भद्दे संदेशों को हटाने के लिए मजबूर करने का आरोप है. जांचकर्ताओं ने कहा कि सरस्वती जुलाई से विदेश में था और छह अगस्त को भारत लौटा था.

यौन उत्पीड़न के आरोप में मामला दर्ज किए जाने के बाद, उसे देश छोड़ने से रोकने के लिए ‘‘लुकआउट सर्कुलर''जारी किया गया था.
 

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