- दिल्ली के नरेला इलाके में नौ साल की बच्चियों के साथ स्विमिंग पूल में रेप की घटना सात अगस्त को हुई थी.
- पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर मामला दर्ज कर अनिल कुमार और मुनील कुमार को गिरफ्तार किया है.
- 2024 में जून तक दिल्ली में बलात्कार और पोक्सो अपराधों के मामलों की संख्या 1040 तक पहुंच गई है.
दिल्ली में नौ साल की बच्चियों से रेप की एक शर्मनाक घटना सामने आई है. घटना नरेला इलाके की बताई जा रही है. पुलिस की जांच में पता चला है कि बच्चियों के साथ ये घटना उस वक्त हुई जब वह स्विमिंग पूल गई हुई थीं. पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना सात अगस्त की बताई जा रही है. दिल्ली में नाबालिग के साथ होने वाली घटनाएं बेहद चिंताजनक है.
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष जून तक बलात्कार और पोक्सो अपराधों के 932 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2024 में इसी अवधि के दौरान 1,040 मामले दर्ज किए गए. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अनिल कुमार और मुनील कुमार के रूप में की है. अनिल कुमार बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है जबकि मुनील कुमार उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले का है.
पीड़ित बच्चियों ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए है. पीड़िता ने अपने बयान में बताया है कि वे प्रैक्टिस के लिए स्विमिंग पूल गई थीं उस समय अनिल कुमार नाम का एक आरोपी उन्हें एक कमरे में ले गया, उनके साथ रेप किया किया. इसके बाद अनिल के दोस्त मुनील कुमार ने भी कथित तौर पर लड़कियों के साथ रेप किया और दोनों ने नाबालिगों को जान से मारने की धमकी भी दी.
वहीं, डीसीपी बाहरी उत्तरी दिल्ली हरेश्वर ने बताया कि घटना में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, इनकी पहचान 37 साल के अनिल कुमार और मुनील कुमार के रूप में हुई. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर एक तकिए का कवर, एक चादर और एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर अन्य सामग्री बरामद की है.
नाबालिगों के खिलाफ अपराध बनी बड़ी चिंता
एनसीआरबी की डेटा के अनुसार पोस्को एक्ट (नाबालिगों के खिलाफ) में 53,874 मामले दर्ज किए गए थे जोकि 2020 के 47,221 से 30.8 फीसदी ज्यादा थे. वहीं, 2022 में बच्चों के खिलाफ होने वाली साइबर आपराधिक घटनाओं की कुल संख्या 1823 थी जो 2021 के 1376 की तुलना में 32 फीसदी ज्यादा थे. अगर बात केंद्रशासित प्रदेशों की करें तो दिल्ली में नाबालिगों के साथ होने वाले अपराधों की संख्या सबसे ज्यादा है. यहां इस अवधि में ऐसे कुल 7118 मामले दर्ज किए गए थे.
हर घंटे बच्चों के खिलाफ हो रहे हैं 18 अपराध
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार 2022 में बच्चों के खिलाफ होने वाले कुल 1,62,449 मामले दर्ज किए गए थे. यानी हर घंटे बच्चों के खिलाफ औसतन 18 अपराध हुए थे. इसी तरह 2021 की तुलना में बच्चों के खिलाफ अपराधों में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी.