- पुलिस ने चैतन्यानंद के सहयोगी हरि सिंह को गिरफ्तार कर पीड़िता के पिता को धमकी देने के मामले में पूछताछ की.
- हरि सिंह ने पुलिस को बताया कि चैतन्यानंद के निर्देश पर पीड़िता के पिता को शिकायत वापस लेने के लिए धमकाया.
- चैतन्यानंद के कार्यालय और कमरे की तलाशी में पुलिस ने आपत्तिजनक सबूत जुटाने का प्रयास किया.
दिल्ली के 'डर्टी बाबा' चैतन्यानंद सरस्वती और उसके सहयोगियों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. चैतन्यानंद की आगरा से गिरफ्तारी के बाद अब उसके चेलों पर भी पुलिस की कार्रवाई हो रही है. दिल्ली पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल केस मामले में आरोपी चैतन्यानंद के सहयोगी हरि सिंह कोपकोटी (38 वर्ष) को उत्तराखंड के बागेश्वर जिले से गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई पीड़िता के पिता को धमकी भरे कॉल के सिलसिले में की गई, जो 14 सितंबर को एक नंबर से प्राप्त हुआ था.
पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद हरि सिंह को दिल्ली लाकर पूछताछ की, जिसमें कई अहम खुलासे हुए. जांच के दौरान, पुलिस ने मुख्य आरोपी चैतन्यानंद को उन स्थानों पर ले जाकर तलाशी ली, जहां वह रहता था और कार्य करता था. इनमें उसका कार्यालय और कमरा शामिल थे. पुलिस का उद्देश्य किसी भी आपत्तिजनक सबूत को इकट्ठा करना था. जांच में सामने आया कि चैतन्यानंद ने हरि सिंह को पीड़िता के पिता को धमकी देने का निर्देश दिया था, ताकि वे शिकायत वापस ले लें.
चैतन्यानंद के कहने पर पीड़िता के पिता को धमकाया
हरि सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह स्थानीय नगरपालिका के काम से अपनी आजीविका चलाता है. उसने खुलासा किया कि वह पिछले साल एक परिचित के जरिए चैतन्यानंद के संपर्क में उस वक्त आया था, जब वह दिल्ली आया था. उस दौरान चैतन्यानंद से उसकी औपचारिक मुलाकात हुई थी. हरि सिंह ने स्वीकार किया कि 14 सितंबर 2025 को उसने चैतन्यानंद के कहने पर पीड़िता के पिता को फोन कर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया. पुलिस ने धमकी में इस्तेमाल मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है. चैतन्यानंद के खिलाफ जांच अभी भी जारी है और अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है.
16 लड़कियों ने दर्ज कराई है शिकायत
बता दें कि यौन शोषण के गंभीर मामले में आरोपी चैतन्यानंद पर दिल्ली पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. रविवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने बाबा को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि बाबा ने बाथरूम तक में कैमरे लगाए थे, जिससे छात्राओं की निजता का गंभीर उल्लंघन होता था. पुलिस का कहना है कि पीड़ित लड़कियों को अल्मोड़ा, गुड़गांव और फरीदाबाद तक ले जाया जाता था. फिलहाल 16 लड़कियों ने इस मामले में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है.
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